उरई:जनपद में समस्त स्थायी एवं अस्थायी गौशालाओं की व्यवस्थाओं चुस्त-दुरूस्त करने के संबंध में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा गौशालाओं की व्यवस्थाओं की देख रेख हेतु नियुक्त नोडल अधिकारियों द्वारा गौशालाओं की निरीक्षण आख्या उपलब्ध न कराये जाने के कारण नाराजगी जाहिर करते हुये कहा कि सभी नोडल अधिकारी गौशालाओं की निरीक्षण आख्या प्रत्येक शनिवार को अवश्य उपलब्ध कराये जाने के कड़े निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक ब्लाकों में बने स्थायी एवं अस्थायी गौशालाओं की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होने संबंधित खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि गौशालाओं में पशुओं के चारा, भूसा, पानी, छाया तथा दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिये।

उन्होने कहा कि बरसात को देखते हुये पशुओं के रहने के स्थान पर कीचड़ नही होना चाहिये। उन्होने यह भी कहा कि जो भी पशु बीमार अवस्था में हो उन्हे तत्काल इलाज किया जाये। जिलाधिकारी द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि गौशालाओं में किसी भी प्रकार की कोई भी कमी न होने पाये। जिलाधिकारी द्वारा पी0एम0 सम्मान निधि की भी समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होने जिन तहसीलों के डेटा फीडिंग कम पायी गयी उन्हे डेटा फीडिंग में तेजी लाये जाने के कड़े निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा वृक्षारोपण के प्रगति की भी समीक्षा करते हुये कहा कि सभी स्थल का चयन कर गड्डा की खुदाई तत्काल प्रारम्भ कर दे। जिलाधिकारी द्वारा सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि तालाबों के अतिक्रमण मुक्त करते हुये उनकी खुदाई एवं साफ-सफाई किये जाये जिससे पानी का संरक्षण किया जा सके।

जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि प्रत्येक न्याय पंचायत स्थल पर एक खेल का मैदान अवश्य बनाये जाये। उन्होने प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत कार्यो की प्रगति की जानकारी की जिस पर संबंधित अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा0 अभय कुमार श्रीवास्तव, समस्त उपजिलाधिकारी, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 शिवाकान्त द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र त्रिपाठी, वरिष्ठ कोषाधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।