गुजरात

यह सभी लोग ज्यादातर देश के अलग-अलग राज्य से आए हुए लोग हैं जो दरगाह में दर्शन करने के लिए आए दिन आते रहते है मगर देश में फैली कोरोना महामारी के चलते दरगाह में आए हुए तमाम लोग फस गए

जानकारी के अनुसार यहाँ फसे हुए लोगों का यह हाल देश में चल रहे लॉगडाऊन के चलते हुआ है लॉगडाऊन के समय से फंसे हुए लोगों का बुरा हाल है न वो घर लौट सकते है न ही वह रुक सकते है अच्छी बात ये है कि दरगाह के सेवादार और वहां का प्रशासन इन सभी लोगों का बखूबी ख्याल रख रहा है उनके खाने-पीने की व्यवस्था कर रहा है अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की खाने की व्यवस्था दरगाह की तरफ से की जा रही है मगर लॉगडाऊन के चलते कोई भी व्यक्ति एक जगह से दूसरी जगह नहीं जा सकता यह बड़ी समस्या बनी हुई है

दरगाह के सेवादार सैयद कामिल जी ने बताया कि ये गुजरात की सबसे पाक जगह है जिसे हुज़ूर मीरा दातार शरीफ दरगाह के नाम से जाना जाता है सैयद कामिल अली हाजी अब्दुल सलाम तमाम महिलाओं बच्चो और बुजुर्गो की खिदमत में हमेशा हाजिर रहते हैं और उनकी हर प्रकार से देखरेख में लगे रहते है

इन सब लोगों के खाने पीने का इंतज़ाम दरगाह शरीफ के खादिम सैयद हाजी अब्दुल सलाम उसमंगनी , सैयद मोईनुद्दीन उसमंगनी, सैयद हाजी मुनव्वर अली उस्मान घनी सैयद कामिल अली हाजी अब्दुल सलाम , सैयद जमीलउद्दीन हाजी अब्दुल सलाम , सैयद अकरम अली हाजी अब्दुल सलाम की तरफ से रोज़ाना किया जाता है