कोरोना को मज़ाक मत बनाओ गम्भीरता से लो।-अलीम

कोरोना वायरस ने दुनिया को हिला दिया है।
बाल से भी 10 गुने पतले वायरस से दुनिया की महाशक्तियां सिहर उठी है । वायरस की दहशत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है। कि *शंघाई, बीजिंग,टोकियो,*मास्को*
*वुहान* सहित दुनिया के तमाम बड़े शहरो की सड़को पर सन्नाटा हुकूमत कर रहा है। *जर्मन,*अमेरिका,*रूस,* सहित तमाम दुनिया की महाशक्तियों ने इसके आगे घुटने टेक दिए है।ये कितने दिन और कहर ढायेगा वैज्ञानिक भी नही बता पा रहे है। क्यों की वायरस अभी तक उनकी समझ से परे है। लेकिन *”व्हाट्सअप”* विश्वविद्यालय से निकले होनहार छात्रों ने इसका इलाज खोजकर दवा भी बताना शुरू कर दी है। जबकि दुनियां के बड़े से बड़े चिकित्सको ने अभी तक बस बचाओ के तरीके ही बताए है। और वो चिल्ला,चिल्ला कर कह रहे है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन अभी तक नही बन पाई है।
लेकिन असंवेदनशील लोगो के व्हाट्सप पर इसकी इलाज और दवा दोनो उपलब्ध करा दीं है। वायरस की भयावाह को समझने की बजाए उस पर हास्य व्यंग और बेतुके मैसेज की मानो बहार आ गई। स्कूल बंद हो गए,ऑफिस बंद हो गए,मॉल खाली हैं,समारोह रदद् हो गये है,उड़ानें रद्द हो गई, होटलों पर सन्नाटा पसरा है घरेलू आमदनी के स्रोत लगभग बन्द है।यहां तक ​​कि अंतरराष्ट्रीय सीमाएं भी बंद हो गईं ।जिस कारण देश अर्थव्यवस्था कोमा में जाने की स्थिति में है। प्रधान मंत्री मोदी ने इसे महामारी घोषित कर दिया। देश में भी सन्नाटा पैर पसारने का प्रयास कर रहा।
इसके बाद भी हम लोग हास्यव्यांग में व्यस्त है। कमाल की संवेदनशीलता है । हमलोग समाज और दुनिया के ऊपर आई मुसीबत पर कितने गम्भीर है इसकी मिसाल दुनिया के किसी देश में नही मिलेगी।
तो दूसरी तरफ कोरोना की भयावह स्थिति को कालाबज़रियो ने दिल और दिमाग से समझना शुरू किया और कथित हमदर्दी दिखाते हुए नकली सेनेटाईज़र,मास्क,साबुन,डिटोल,सेवीलान जैसे बचाओ उत्पादकों को अपने घरों में बनाना शुरू कर दिया।
हालांकि समय रहते सरकार ने ऐसे लोगो पर शिकंजा कस दिया है।कुछ मुनाफाखोर लोग पुलिस की पकड़ में आये है। जो कुछ दिन बाद छूट जाएंगे लेकिन जब इस बीमारी का इतिहास लिखा जाएगा तो उसमे हमलोगों की संवेदनशीलता का भी ज़िक्र होगा उसमे हम लोग किस स्थान पर होंगे ये तो इतिहास पढ़कर नस्ले निर्धारित करेंगी हम बर्तमान में जो सुलूक कर रहे है। जाहिर सी बात है उसका सिला हमलोगों को धुत्कार के सिवा कुछ नही मिलेगा।
मुसीबत का समय है पूरे तन,मन,धन,सम्वेदनाओं के साथ इस मुसीबत से लड़ने के लिए ख़ुद तैयार हो और दूसरे को सही और अच्छी सलाह दे। भविष्य को अच्छा बनाईये, जिससे इतिहास में सुनहरे शब्दो में अपना ज़िक्र हो।
इस समस्या का समाधान सावधानी है।

रिपोर्ट-अमित कुमार जनपद जालौन।

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