*पूर्व विधायक के ऊपर महिला ने लगाया वोट कटवाने जैसे कई और गंभीर आरोप*
????क़ानूनी पेंच में उलझ कर रह गयी महिला प्रत्यासी
????जिला प्रशाशन भी हुआ मूक
उरई (जालौन)। सपा नेता और उरई-जालौन सुरक्षित सीट से सिटिंग विधायक और इस सीट से दावेदारी खारिज होने के पश्चात पुनः टिकिट पा लेने पर भी दयाशंकर वर्मा की मुश्किलें कम होती नज़र नहीं आ रही है।
इसी के चलते शनिवार को धूमधाम से प्रत्याशिता के नाम दयाशंकर वर्मा अपना नामांकन पत्र दाखिल करने कलेक्ट्रट अपने दलबल के साथ आये।और ठीक वहीँ एक और महिला प्रत्यासी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने आई थी कि तभी वो रोते हुयी कक्ष से बाहर निकली और रोते हुयी बोली कि मेरा बोट दयाशंकर ने कटवा कर मुझे बर्बाद कर दिया है रोड पर ला खड़ा किया है। और इतने ही में उसकी तबियत बिगड़ने लगी तभी मौके पर महिला si रजनी ने उस महिला को सम्भलते हुए उसे पानी पिला कर बैठला और स्थिति को संभाला।
मौके पर मौजूद मीडिया ने जब पूरी बात जाननी चाही तो महिला ने बताया कि दयाशंकर वर्मा ने अपने सियासी पेच लगा कर उसका वोट निरस्त करवा दिया है जिस बाबत वह नामांकन पत्र दाखिल नहीं कर पायी है।हालांकि मीडिया के सामने मजिस्ट्रेट को अपनी शिकायत लिखित तौर पर दी।इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक शुभाष चन्द शक्या जी सहित कई और आफिसर मौजूद थे।
*क्या है असली वजय*
दरसल विधायक दयाशंकर वर्मा के गृहनगर कोंच के मोहल्ला गोखलेनगर निवासीनी है और श्रीमती अंजलि पत्नी शारदा प्रसाद पड़ोसिन है।और वह उरई सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ना चाहती थी जिसकी उनके काफी पहले ही घोषणा कर चुकी थी। उसने नाम निर्देशन पत्र भरने की तैयारी भी की किंतु ऐन मौके पर श्रीमती अंजलि को पता चला कि उसका नाम ही मतदाता सूची से विधायक दयाशंकर वर्मा ने गायब करवा दिया। यही नहीं धोबी समाज की इस विवाहिता लड़की अंजलि का यह आरोप कि दयाशंकर वर्मा के सगे भाई बालकिशुन की नीयत उसके मकान के साथ खुद दयाशंकर वर्मा की उस पर नियतं खराब रही और जब वह मकान से खदेड़ने में नाकामयाब रहा तो उसने बलात्कार का प्रयास भी घर में घुसकर किया।
*कुछ कह नहीं सकते*
ये भी कह सकते हैं कि यह सारा कथन दयाशंकर वर्मा व उसके भाई के विरुद्ध चुनावी स्टंट हो सकता हो। किंतु इसकी सच्चाई की जांच तो होना ही चाहिए।
????????♂मगर जाँच हो भी तो कैसे क़ानूनी पेच ऐसा फस गया है।दरसल ये सारा खेल शनिवार को जो खेला गया क्यों कि रविवार अवकाश और सोमवार को सब बेकार
मगर कुछ भी हो अब ये तय हो गया कि इस प्रकरण से दयाशंकर वर्मा के माथे पर पसीना जरूर आ गया है
????soni news????