उरई(जालौन)-लोकतंत्र रक्षक सेनानियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा
और अवगत कराया कि दिन 25 जून सन 1975 को देश में आपातकालीन स्थिति घोषित कर लोकतांत्रिक अधिकारों को निलंबित कर दिया था। आपातकाल का विरोध देश में हजारों लोकतंत्र में आस्था रखने वाले लोगों ने किया था। और जेलों की यातनाएं सही थी सन 2016 में उत्तर प्रदेश सरकार ने आपातकाल के बंदियों को लोकतंत्र रक्षक सेनानी मानकर उनको 15000 मासिक सम्मान राशि तथा चिकित्सा सहायता आदि प्रदान करने का कानून बनाया था। जनपद जालौन में भी वर्तमान में 95 लोकतंत्र रक्षक सेनानी है शासन द्वारा उनको मिलने वाले सम्मान राशि भी जिला प्रशासन को उपलब्ध करा दी गई फिर भी जनपद के लोकतंत्र सेनानियों को समय पर सम्मान राशि नहीं दी जा जाती है। लोकतंत्र रक्षक सेनानियों के सम्मान राशि प्रतिमाह 5 तारीख तक खाते में पहुँचा देने चाहिए।परन्तु सम्मान राशि नही पहुँचती।
ज्ञापन देते समय- राधेश्याम गुप्ता(लोकतंत्र सेनानी अध्यक्ष),लाल सिंह चौहान, कल्यान दास गुप्ता, अवध शर्मा, रामेश्वर त्रिपाठी, अशोक गुप्ता (लोकतंत्र सेनानी) आदि शामिल रहे।

रिपोर्ट-अमित कुमार क्राइम रिपोर्टर उरई