लखनऊ-उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ भाषा विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा आयोजित 20 दिवसीय संस्कृत भाषा शिक्षण कार्यशाला में संस्थान के निदेशक पवन कुमार आई ए एस और अध्यक्ष डॉ० वाचस्पति मिश्र के निर्देशानुसार बौद्धिक चर्चा -सत्र का आयोजन हुआ।
चर्चा – सत्र में बतौर मुख्यतिथि संस्थान के पदाधिकारी सह प्रशिक्षण प्रमुख (तकनीकी) सुशील कुमार शोभायमान रहे।आपने – अपने प्रेरणादायक उद्बोधन् में संस्कृत कार्यशाला में अध्ययनरत् संस्कृत शिक्षार्थियों को कहानी और प्रेरक वृत्तान्त के माध्यम से संस्कृत भाषा के प्रति लगाव और नियमित पढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए आगामी तृतीय स्तर ,चतुर्थ स्तर और पंचम स्तर सहित शास्त्रीय कार्यशाला के आयोजन की सूचना समस्त संस्कृत अनुरागियों के मध्य साझा की और साथ ही साथ संस्थान के प्रशिक्षकों की सराहना करते हुए संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु अहर्निश यथेष्ठ योगदान देने हेतु निर्देशित किया।
चर्चा- सत्र के अन्त में मुख्यातिथि महोदय द्वारा कार्यशाला में शिक्षण प्राप्त करने वाले अधीतियों से कक्षा और प्रशिक्षकों के व्यवहार स्वरूप अनुभव मांगा जिसमें लता देसाई,श्यामा तिवारी , प्रियांशी , सुभाष पाठक , भूपेश याज्ञनिक , प्रियंका पाटिल, सपना सिंह ,अंजली रोहतगी,शिवप्रसाद सिंह,वंदनाश्री ,विष्णु प्रिया,मोहन राजुरकर और खुशबू सहित अनेक लोगों ने मुख्यातिथि महोदय को अपने -अपने अनुभव व्यक्त कर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ के अध्यक्ष डॉ०वाचस्पति मिश्र और समस्त पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया और इसी प्रकार कार्यशाला आयोजित होती रहें ऐसा आग्रह भी किया।
उक्त चर्चा – सत्र गौष्ठी में प्रशिक्षक श्री ओमदत्त द्विवेदी, डा.हसन खान,श्री अमित सामवेदी , पंकज शर्मा, शशीकांत,मनीष मिश्र और सविता मौर्या आदि प्रशिक्षकों की कक्षा के एक सैकड़ा से अधिक संस्कृत अनुरागियों सहित प्रशिक्षण प्रमुख डॉ.सुधीष्ठ मिश्र और प्रशिक्षण समन्वयक श्री धीरज मैठाणी आदि समुपस्थित रहे।