वैदिक महिला मंच द्वारा विद्यारम्भ संस्कार का हुआ आयोजन

वैदिक महिला मंच द्वारा विद्यारम्भ संस्कार आयोजन

आधुनिक जीवनशैली के चक्कर में लोग अपने संस्कारों को भूलते जा रहे हैं. समाज में वैदिक संस्कारों की पुनर्स्थापना के लिए नवरात्रि के पावन-पुनीत दिनों में संस्कारों को लेकर कार्य का शुभारम्भ किया जा रहा है. पंचमी तिथि पर विद्यारम्भ संस्कार के द्वारा समाज में सकारात्मक सन्देश देने का प्रयास किया जा रहा है. उक्त विचार वैदिक महिला मंच की प्रभारी ज्योति चतुर्वेदी द्वारा विद्यारम्भ संस्कार के दौरान व्यक्त किये गए. उन्होंने आगे कहा कि आज लोग वैदिक रीति-रिवाजों से विमुख होते जा रहे हैं. ऐसे में महिलाओं ने सजग होकर इस तरफ कदम बढ़ाया है. वैदिक काल से ही महिलाएँ परिवार को आगे बढ़ाने के साथ-साथ धार्मिक कृत्यों को भी संस्कारित रूप से आगे बढ़ाती रहती हैं. इसी क्रम में मंच द्वारा समस्त संस्कारों के प्रति समाज में जागरूकता बोध जागृत किया जायेगा. जल्दी ही एक अभियान आरम्भ किया जायेगा जिसके अंतर्गत हर घर से एक रोटी गाय के लिए एकत्र करके गायों के भोजन की व्यवस्था की जाएगी. इसी के साथ-साथ अन्न, भोजन की बर्बादी रोकने के लिए भी वैदिक महिला मंच की महिलाओं द्वारा अभियान शुरू किया जायेगा.

वैदिक महिला मंच द्वारा सामूहिक विद्यारम्भ संस्कार में दस बच्चों का वैदिक रीति-रिवाजों के साथ-साथ धर्म के प्रति, धार्मिक कृत्यों के बारे में भी ज्ञानवर्धन किया गया. सामाजिक क्षेत्र और शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी डॉ. स्वयंप्रभा दुबे ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा किसी भी व्यक्ति के विकास के लिए महत्त्वपूर्ण घटक है. इसी कारण से वैदिक महिला मंच द्वारा विद्यारम्भ संस्कार के द्वारा न केवल बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण किया गया बल्कि समाज में भी एक नया मानक स्थापित करने के लिए प्रयास किया है. मंच के द्वारा सनातन संस्कृति में किसी भी व्यक्ति के जीवन से जुड़े सोलह संस्कारों का महत्त्व स्थापित किया जायेगा और मंच की महिलाओं द्वारा समय-समय पर इसके लिए अनुष्ठान आदि भी सम्पन्न किये जायेंगे.

सामाजिक एवं शैक्षिक जगत की आभा तिवारी ने कहा कि संस्कारों का होना ही किसी भी व्यक्ति को मानवता का पाठ सिखाता है. संस्कारों से विमुख हो जाने के कारण ही समाज में अनेक विसंगतियाँ देखने को मिल रही है. देश, समाज की भावी पीढ़ी को इनके प्रति बोध भाव से परिचित करवाने के लिए समय-समय पर इस तरह के कार्य मंच द्वारा किये जाते रहेंगे. आवश्यकता पड़ने पर वैदिक महिला मंच की विदुषी महिलाओं द्वारा यज्ञ, हवन, संस्कार आदि भी सम्पन्न किये जायेंगे.

विद्यारम्भ संस्कार के इस पावन अवसर पर ज्योति पाण्डेय, अनुज्ञा, दीपा त्रिपाठी, दीपिका मिश्रा, आरती दांतरे आदि उपस्थित रहीं.

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