उरई(जालौन)।जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के दृष्टिगत जनपद में कोरोना वायरस की चैन तोड़ने के लिए निगरानी समिति एवं स्वच्छता के दृष्टिगत किए जा रहे कार्यों को लेकर कलेक्ट्रेट अपने कार्यालय में बैठक ली। आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने निगरानी समिति एवं स्वच्छता के दृष्टिगत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को कोविड-19 के चलते और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के कठोर निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि निगरानी समिति के माध्यम से ग्राम वार डोर टू डोर सर्वे कराकर लक्षण युक्त सभी को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। सर्वे के दौरान वैक्सीनेशन के संबंध में भी जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि निगरानी समिति द्वारा अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कर टीकाकरण कराया जाए और उसके फायदे भी बताएं जाए। उन्होंने कहा कि निगरानी समिति के माध्यम से ग्राम वार डोर टू डोर सर्वे कराकर लक्षण युक्त सभी को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए और उनकी टेस्टिंग कराई जाए जिससे कोरोना की चेन पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके। इसके अलावा जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि निगरानी समिति द्वारा यह भी कार्य किया जाए कि यदि गांव में कोई लक्षण युक्त व्यक्ति मेडिकल किट नहीं लेता है तो उसको समझा जाए कि मेडिकल किट को कोई साइड इफेक्ट नहीं है और आप इसका सेवन करोगे तो है आपके लिए कारगर साबित होगी।
जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया के कोविड-19 से बचाव हेतु ग्रामों के अंदर सैनिटाइजेशन साफ-सफाई प्रभावी रूप से हो और गांव के अंदर नाली के किनारे ब्लीचिंग पाउडर डाला जाए।
उन्होंने निर्देशित किया के इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड-19 के दृष्टिगत जिन अधिकारियों को जो दायित्व दिए गए हैं वह उनका निर्वहन पूरी मुस्तैदी के साथ करें। इस अवसर पर परियोजना निदेशक शिवाकांत द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र त्रिपाठी,अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

रिपोर्ट-अमित कुमार उरई जनपद जालौन।