🏵दिवाली पर गोबर से बने दियों से जगमगये आंगन

🏵रोजगार परक कार्यक्रम के तहत दिया गया महिलाओं को प्रशिक्षण


जनपद कन्नौज में रोजगार परक कार्यक्रम के तहत जिले के नेहरु युवा केन्द्र के तत्वधान में महिलाओं के समूह को गोबर से बने विशेष दीपक गणेश लक्ष्मी की मूर्तियां बनाने का प्रशिक्षण स्वंम सहायता समूह की महिलाओ को दिलाया गया।ये प्रशिक्षण जालौन से आयी प्रशिक्षिका सुनीता सिंह के द्वारा दिया गया।


ये दीपक और गणेश लक्ष्मी की मूर्तियां देसी गौ माता के गोबर से बनाई गयी है ये गोबर के विशेष दिए आनेवाली दीपावली में होने वाली बिक्री को देखते हुये किया गया है।ताकि महिलाये इस प्रशिक्षण को पाकर स्वाभलम्भी बन गौ वंश को सुरक्षित करने में सहायक सिद्ध हो सके और इस बात पर जोर दिया जायेगा कि गोबर से बने हुए दिए ही प्रयोग में लाए जाएं।

वैसे गोबर की महत्वता सभी लोग जानते हैं कि देसी गाय के गोबर में जब देसी घी जलाया जाता है तो ऑक्सीजन बनती है और जो हम दिए मिट्टी के जलाते हैं तो जगह जगह जगह मिट्टी के दीए कूड़ा रूप में इधर उधर पड़े हुए मिलते हैं लेकिन जब आप गोबर के दिए जलाएंगे तो वह पूर्णता जल जाते हैं और आपको थोड़ी सी राख मिलती है वह खेतों में बहुत उपयोगी होती है इस तरह अगर हम गाय के गोबर से दीपावली जलाएंगे तो कहीं ना कहीं गाय अर्थव्यवस्था से जुड़ेंगे और जो भी महिलाएं गाय के गोबर से दिए बना रहे हैं उन्हें रोजगार मिलेगा इस कार्यक्रम से हम गाय के दिए से हम चार चीजों को पूरा करेंगे पहला गाय अर्थव्यवस्था से जुड़े गी महिलाओं को रोजगार मिलेगा गाय के गोबर से ऑक्सीजन बनती है और कूड़े का प्रदूषण नहीं फैलेगा।

व्यूरो रिपोर्ट:जनपद कन्नौज से soni news के लिये देवेन्द्र प्रताप सिंह लखनऊ