कालपी (जालौन)
मन्दिरों के पावन धाम कालपी में अष्ट भुजी शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के अनन्य रूपों के कई चमत्कारिक एवं श्रद्धा और विश्वास के पवित्र मन्दिर हैं।
सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड की आराध्य देवी शक्ति पीठ मां वनखण्डीतथा पांडवों द्वारा बनवाए गए एक साथ पचपन मन्दिरों में मां शक्ति के पचपन रुपों के स्थान पचपिंडा देवी की अपार महिमा जग जाहिर है वहीं नगर के मध्य में रामचबूतरा में स्थित चमत्कारी मां आनन्दी देवी का विशाल और सुंदर मंदिर है जिस दरबार को वैष्णो दरबार की संज्ञा प्राप्त है जहां मां लक्ष्मी के रुप मां आनन्दी जिनके दाईं ओर मां सरस्वती और बाईं और मां काली विराजमान हैं।इस लिहाज से इसे वैष्णो माता के दरबार की संज्ञा दी गई है।जिस दरबार के दर्शन करने में वैष्णो देवी के दरबार के दर्शन का फल प्राप्त होता है।


इस दरबार की महात्ता है कि प्राणी कितने भी कष्ट दुख और चिंता से ग्रसित हो अपने जीवन से मोह खत्म कर चुका हो यहां मां आनन्दी के दर्शन मात्र से एक चमत्कार होता है उसके जीवन को निराश दुख दरिद्र चिंता से त्वरित छुटकारा मिलता है और मां ऐसा मार्ग बता देती है जिस पर चलकर प्राणी की समस्त बाधाएं दूर हो जाती है और जीवन आनन्दमय हो जाता है।
यहां के निवासियों को साक्षात मां के दर्शन होते रहते हैं कभी कन्या के रूप में कभी वृद्ध मां के रुप में कभी एक खुशबू भरे झोंके के रूप में।
मां आनन्दी पर भरोसा करने वाले प्रतिदिन मां के दर्शन करते हैं और आनन्द की अनुभूति करते हैं।
मां के इस विशाल मंदिर में भगवान शिव आनन्देश्वर, बजरंग बली, ठाकुर जी द्वारा,शनि देव मंदिर, एवं दक्षिण मुखी संकट मोचन स्वरुप में अंजनि पुत्र का भी मंदिर है। मां के मंदिर में दोनों नवरात्रि, बड़ा मंगल, जन्माष्टमी, रामनवमी,मकर संक्रांति,के त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाए जाते हैं। कालपी धाम की परिक्रमा करने आएं और मात श्री आनन्दी देवी के दर्शन अवश्य करें और अपने जीवन को आनन्दमय करें।

आलेख:मनोज पाण्डेय तहसील संवाददाता कालपी