उरई:जनपद में विजय दशमी के मौके पर जगह जगह सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किये गये इसी क्रम में माधौगड से बसपा के पूर्व विधायक सन्तराम सिंह कुशवाहा के आवास पर तथागत गौतम बुद्ध विकास संस्थान के तत्वावधान में सम्राट अशोक विजय पर्व का आयोजन किया गया।


इस कार्यक्रम की शुरुआत तथागत गौतम बुद्ध और सम्राट अशोक महान के चरणों मे ज्योति प्रज्वलित कर  पुष्पवर्षा की फिर कार्यक्रम की शुरुआत नाथूराम बौद्ध की अध्यक्षता में हुई।

इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि आज का  दिन अश्वनी शुक्ल दशमी का था और आज ही के दिन सम्राट अशोक ने कलिंग पर विजय प्राप्त की थी इस लिये विजय दशमी मनाई जाती है। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक के समय मे शिक्षा का केंद्र बिन्दु पूरी दुनिया मे सिर्फ भारत ही था जिसमे तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला आदि विश्वविद्यालय थे।जिसमे विदेशों से छात्र शिक्षा अध्ययन के लिए  भारत आते थे।इतना ही नही अशोक का शासन बिना किसी भेदभाव के समान रूप से चलता था ।अखण्ड भारत की सीमाये पश्चिम में यूरोप महाद्वीप से मिलती थी तो पूर्व में म्यामांर तक फैली हुई थी।विदेशी ताकतों की हिम्मत नही थी कि भारत की तरफ आँख भी उठा सके।इसका बात का प्रमाण भारत ही में नही बल्कि पाकिस्तान अफगानिस्तान बांग्लादेश तिब्बत भूटान आदि में मिले अशोक कालीन के  शिलालेख बताते है

इस मौके पर रामभरोसे कुशवाहा,आर पी  कुशवाहा जयराम अमीन शिवसंकर कुशवाहा एडवोकेट प्रमोद कुशवाहा भगवानदास कुशवाहा माताप्रसाद कुशवाहा आदि तमाम सदस्य मौजूद रहे