लखनऊ। यूपी पुलिस के मुखिया जहां एक तरफ मित्र पुलिसिंग होने की बात कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर उन्हीं के तबके के लोग पुलिस की छवि को धूमिल करने से बाज नहीं आ रहे हैं । साथ ही शहर में आए दिन धोखाधड़ी से सम्बंधित मामलों में किसी भी तरह की कमी देखने को भी नहीं मिल रही है, बल्कि इसमें दिन पर दिन बढ़ोतरी ही नजर आ रही है ।
ऐसा ही एक ताजा मामला कैसरबाग थाने में देखने को मिला है जहां फतेहपुर से लखनऊ आए एक परिवार के साथ घर में काम करने वाले नौकर ने धोखेबाजी की और जिसमें परिवार की महिला के पर्स से नौकर ने एटीएम से पूरे 1 लाख रूपये उड़ा लिए है । जब इस महिला को एटीएम से 1 लाख रूपये गायब होने की बात पता चली तो वह पूरी तरह से हक्की-बक्की रह गई ।
इस पूरे मामले की शिकायत लेकर महिला अपने परिवार के साथ कैसरबाग थाने में अपनी गुहार लगाने गई । थाने जाने के बाद महिला का यह आरोप है कि इस मामले की कार्रवाई करने के बजाय उल्टा पुलिस ने परिवार के साथ अभद्रता की और बिना कुछ सुने ही थाने से भगा दिया । पीड़ित महिला को किसी भी तरह की मदद न मिल पाने के कारण वह रोड पर बुरी तरह से चीख-पुकार कर तड़प रही थी । तभी महिला की बेबसी पर राहगीरों ने डायल हंड्रेड को इस बात की सूचना दी और मौके पर पहुंचे डायल 100 के सिपाही ने महिला और उसके परिवार को हजरतगंज थाने पहुंचाया । लेकिन महिला के साथ हुई इस घटना से वह काफी हताहत होकर थाना हजरतगंज के केडी सिंह स्टेडियम के पास महिला तड़प-तड़प कर न्याय की गुहार लगा रही है ।
वहीं देखने वाली बात यह है कि लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी एक तरफ कहते हैं, कि थाने पर आए फरियादियों की बात सुनकर उनको संतुष्ट किया जाए। लेकिन जब थाने पर आए फरियादियों की फरियाद ही ना सुनी जाए तो फरियादी आखिरकार कहां जाए । बताते चलें कि जब महिला की थाने पर कोई सुनवाई नहीं हुई तो वह अपने बच्चे को लेकर सड़क किनारे बैठ कर चीख पुकार कर रो रही थी । तभी उधर से गुजर रहे राहगीरों ने पुलिस को 100 नंबर पर सूचना दिया । मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह महिला और उसके परिवार को शांत कराया और हजरतगंज कोतवाली पहुंचाया ।