उरई(जालौन)। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत शिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को अचल प्रशिक्षण केंद्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर उरई में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एन० डी० शर्मा की अध्यक्षता मे प्रशिक्षण संपन्न हुआ।
जनपद के 24 चिन्हित विद्यालयों के शिक्षकों ने इसमें प्रतिभाग किया प्रशिक्षण में शिक्षकों को मानसिक रोगों उसके लक्षण एवं बचाव के बारे में जानकारी प्रदान की गई एवं प्रशिक्षण किट प्रदान की गई इसके साथ ही विद्यालयों में बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में भी जानकारी दी गई।
जिससे समय रहते उनकी पहचान कर निदान किया जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एन डी शर्मा ने बताया कि आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में मानसिक समस्याएं एक आम बात हो गई है पहले यह समस्याएं बड़े बुजुर्ग लोगों को होती थी लेकिन अब बच्चे भी इसका शिकार हो रहे हैं बच्चे पढ़ाई लिखाई और और बढ़ती प्रतिस्पर्धा का दबाव झेल नहीं पाते और अवसाद या तनाव में आकार आत्मघाती जैसा कदम उठा लेते हैं।
इसीलिए शिक्षकों को प्रशिक्षण द्वारा ऐसे बच्चों को विद्यालय स्तर पर चिन्हित कर उन्हें उचित परामर्श व काउंसलिंग प्रदान कराने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट अर्चना विश्वास ने शिक्षकों को मानसिक रोग उसके लक्षण बचाव व उपचार के साथ बच्चों की मानसिक समस्याएं जैसे मोबाइल व इंटरनेट की लतर नशे की व्यवहार में परिवर्तन को प्रमुखता से बताया और कहा कि शिक्षको को बच्चो की अच्छाई एवं बुराइयां दोनों पर नजर रखें, बच्चों का मार्गदर्शन करें उन्हें मोटिवेट करें तथा सकारात्मक सोच के लिए प्रेरित करें साइकेट्रिक सोशल वर्कर दिनेश सिंह द्वारा जिला अस्पताल उरई में मानसिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं एवं टेली मानस टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 14416 या 18008914416 के बारे में बताया गया।
इस अवसर पर एसीएमओ डॉ० वीरेंद्र सिंह एवं नोडल अधिकारी एन०सी०डी० डॉ० अरविंद भूषण, डीसीपीएम धर्मेंद्र उपस्थित रहे

रिपोर्ट-अमित कुमार उरई जनपद जालौन उत्तर प्रदेश।