लोकसभा चुनाव के नतीजे का अंदाजा नहींNDA को बहुमत नहीं मिलने की आशंका

भारत में लोकसभा चुनाव 2024 में तीन चरण का चुनाव हो चुका है और शेयर बाजार के ट्रेडर और इन्वेस्टर को चुनावी नतीजे की क्लियर तस्वीर नहीं दिख रही है. शेयर बाजार के एक्सपर्ट का कहना है कि *भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए को बहुमत नहीं मिलने की आशंका* है, इस वजह से बाजार के कामकाज पर असर देखा जा रहा है. वायदा कारोबार की वीकली एक्सपायरी के दिन प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 1.5% प्रतिशत तक टूट गए। गुरुवार को *बीएसई सेंसेक्स 1,062.22 (1.44%) अंकों की गिरावट के साथ 72,404.17 अंकों के स्तर पर जबकि निफ्टी 345.00 (1.55%) अंक टूटकर 21,957.50 के स्तर पर बंद* हुआ। शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है. बीएसई सेंसेक्स 1062 अंक की गिरावट पर 72404 के लेवल पर बंद हुआ है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 345 अंक गिरकर 21957 के लेवल पर बंद हुआ है. निफ़्टी ने 22000 का मनोवैज्ञानिक लेवल तोड़ दिया है और एक्सपर्ट के मुताबिक अब इसमें और कमजोरी देखी जा सकती है. निफ़्टी ऑटो इंडेक्स को छोड़कर तकरीबन सभी इंडेक्स में कमजोरी दर्ज की गई है. शेयर बाजार के टॉप गैनर्स में हीरो, टाटा, महिंद्रा और एसबीआई शामिल रहे हैं जबकि टॉप लूजर्स में लार्सन, बीपीसीएल, एशियन पेंट्स और कोल इंडिया शामिल रहे हैं.इंडेक्स के दिग्गज शेयर रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.89%) और लार्सन ऐंड टुब्रो (करीब 6%) में कमजोरी की वजह से शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है. लार्सन ऐंड टुब्रो के शेयर गुरुवार को छह फीसदी तक गिरकर कामकाज कर रहे हैं. पिछले 5 दिन में लार्सन ऐंड टुब्रो के शेयर 9 फीसदी तक कमजोर हुए हैं. एचडीएफसी बैंक और आईटीसी जैसे शेयरों में भारी बिकवाली की वजह से भी शेयर बाजार में कमजोरी दर्ज की गई है. एशियाई शेयर बाजारों में मिला-जुला कारोबार हो रहा था लेकिन प्रमुख सूचकांक से कोई साफ निर्देश नहीं आ रहे थेपिछले वित्त वर्ष के लिए कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजे ने मार्केट के सेंटीमेंट को नुकसान पहुंचाया है. एसबीआई और केनरा बैंक के शानदार नतीजे सामने आए हैं लेकिन एशियाई पेंट्स की कमाई अच्छी नहीं रही है. हिंदुस्तान पैट्रोलियम के पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजे अच्छे नहीं आए हैं..