आज हमारा देश इक्कीसवीं सदी में पहुँच चुका है एक नए भारत का उदय हो चुका है लेकिन आज भी लोगो में अशिक्षा और नासमझ के चलते पुराने जमाने के माहौल में जी रहे है यहाँ लोग आज भी छुआ छूत को मानने में आमादा है जिसकी एक बानगी कानपुर देहात रसूलाबाद में देखने को मिली जहाँ नारखुर्द गांव में भागवत पंडाल में आरती के लिए आई अनुसूचित वर्ग की महिला की थाल छीनकर फेंक दी गयी और महिला को वहाँ से भगाने दिया गया जिसके बाद दलित महिला ने थाने जाकर पांच लोगों के खिलाफ सार्वजनिक रूप से अपमानित करने, जातिसूचक अपशब्दों के प्रयोग व धमकी देने का आरोप लगा पुलिस को तहरीर दी रसूलाबाद पुलिस ने आरोपियो पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वही दलित महिला ने हिन्दू होने के चलते मंदिर में पूजा न करने देने पर मुस्लिम धर्म अपनाने की धमकी दी

मामला कानपुर देहात के नारखुर्द गांव का है जहाँ गाँव में भागवत कथा का कार्यक्रम चल रहा है। इसी गाँव की रहने वाली अनुसूचित वर्ग की महिला जय देवी पत्नी बबलू की माने तो गाँव में हर साल भागवत कथा का आयोजन किया जाता है इस समय भी गाँव में भागवत कथा चल रही है हर साल की तरह वह भी भागवत कथा सुनने गई थीं जब आरती का समय आया तो सभी लोग भागवत में आरती कर रहे थे वह भी आरती करने के लिए थाल में प्रसाद, फूल, घी का दीपक आदि लेकर व्यास गद्दी पर पहुंची तो भागवत कथा का आयोजन करा रहे गाँव के ही वहां मौजूद नरेंद्र पांडेय, अजय पांडेय, रोहित कुमार, अंबिका प्रसाद, चंद्रशेखर आदि लोगो ने उसकी थाली छीनकर दूर फेंक दी साथ ही इन लोगों ने जातिसूचक अपशब्द कहने के साथ उसको जान से मारने की धमकी भी दी वही पीड़ित महिला ने बताया कि हम हिन्दू है हिन्दू होने नाते मंदिर की पूजा करेगे न कि मस्जिद की अगर हमें मंदिर में पूजा करने से रोका गया तो वो मजबूर होकर मुस्लिम धर्म अपना लेगी
और इसके बाद वो पीड़ित महिला थाने पहुंची और 5 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया

बाइट – जय देवी (पीड़ित दलित महिला)
बाइट – बब्लू (पीड़ित दलित)

वही पुलिस के आलाधिकारी ने बताया कि महिला को भागवत में आरती करते समय कुछ लोगो द्वारा थाली फेककर अपमानित किया गया था महिला की शिकायत पर 5 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है इस प्रकरण की जांच कराई जा रही है जाँच रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्यवाही की जायेगी
बाइट – रतनकांत पांडे( एसपी कानपुर देहात)