उरई।उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी चाँदनी सिंह के मार्गदर्शन में जनपद में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत 10580 पात्र बालिकाओं के आवेदन कर 192.48 लाख धनराशि प्रेषित कर लाभान्वित कराया गया। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से संभल रहा बेटियों का भविष्य प्रदेश सरकार द्वारा संचालित बेटियों के जन्म पर खुशी मनाने वाली यह योजना जहां बेटियों के प्रति एक सकारात्मक भाव का सर्जन समाज में कर रहा है वहीं उनके स्वास्थ्य को लेकर आम जनमानस में एक सकारात्मक भाव पैदा कर रहा है।
बेटियां जिंदा रहेंगे तो न सिर्फ समाज का संस्कार बदलेगा बल्कि गिरते हुए लिंगानुपात में सुधार होगा और महिलाओं से संबंधित कुरीतियों में गुणात्मक सुधार देखने को मिलेगा।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत 6 श्रेणियों में कुल 15 हजार रुपए लाभार्थी के बैंक खाते में पीएफएमएस के माध्यम से दिए जा रहे हैं।
प्रथम श्रेणी के अंतर्गत बालिका के जन्म पर ₹2000,द्वितीय श्रेणी के अंतर्गत 1 वर्ष के पूर्व टीकाकरण पर ₹1000, तृतीय श्रेणी के अंतर्गत बालिका के कक्षा 1 में प्रवेश पर ₹2000, चतुर्थ श्रेणी के अंतर्गत बालिका के कक्षा 6 में प्रवेश पर ₹2000, पांचवीं श्रेणी के अंतर्गत बालिका के कक्षा 9 में प्रवेश के उपरांत 3000, तथा छठी श्रेणी के अंतर्गत बालिका की 10वीं या 12वीं उत्तीर्ण कर दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स अथवा स्नातक कक्षा में प्रवेश पर 5 हजार प्रदान किए जा रहे हैं। जनपद में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से लाभान्वित बालिकाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक आदि सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का अधिक से अधिक पात्र बालिकाओं का ऑनलाइन आवेदन कराते हुए लाभान्वित कराएं। बालिकाओं के सशक्तिकरण, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है।
जनपद के अभिभावकों का कहना है कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना ने बालिकाओं का भविष्य संवार दिया है, बालिका के पैदा होने से लेकर हायर एजुकेशन तक की पढ़ाई की व्यवस्था है।
अब बेटी तथा बेटे में फर्क नहीं रह गया बालिकाएं भी विभिन्न क्षेत्रों में नाम रोशन कर रही हैं मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से बालिकाएं भी अपने भविष्य को सजाने संवारने का सपना देखने लगी है।

रिपोर्ट-अमित कुमार उरई जनपद जालौन उत्तर प्रदेश।