जालौन। शब्दों को सुनना ईश्वर का दिया गया अनुपम उपहार है। इसलिए अपने कानों की अच्छे से देखभाल करें। यह बात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विश्व श्रवण दिवस पर आयोजित कैंप में सीएचसी प्रभारी डा. केडी गुप्ता ने कही।
विश्व श्रवण दिवस के अवसर पर शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप में लोगों की कानों को चेक पर उन्हें श्रवण शक्ति के बारे में जागरूक किया गया। इस दौरान डा. राजीव दुबे ने कहा कि विश्व श्रवण दिवस का उद्देश्य दुनियाभर में बहरेपन व श्रवण हानि को रोकने के लिए जागरूकता फैलाना है। लोगों को ध्वनि प्रदूषण के प्रति जागरूक करना भी है। क्योंकि भारत में बहरेपन की सबसे अधिक समस्या में ध्वनि प्रदूषण एक बड़ा कारक है। यह समस्या उन लोगों में अधिक देखी जाती है, जो शोर वाले इलाके में काम करते हैं। वहीं तेज आवाज में गाना सुनने से भी लोग इस समस्या की चपेट में आ जाते हैं। सीएचसी प्रभारी डा. केडी गुप्ता ने कहा कि यदि हम दूसरों के बोले गए शब्दों को सुन पा रहे हैं। तो यह ईश्वर का एक अनुपम उपहार है। कानों की अच्छे देखभाल करें। ताकि आगे चलकर परेशानी न हो। कहा कि बच्चों में यदि कान बहने की समस्या है तो उसे गंभीरता से लें। तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें। श्रवण हानि से अवसाद, चिंता, अकेलापन महसूस करने जैसे भावनात्क एवं मानसिक समस्याएं आ सकती हैं। इसलिए समय समय पर अपने कानों का चेकअप भी कराते रहा करें। कैंप में 71 लोगों के कानों का चेकअप कर निशुल्क दवा का वितरण किया गया। इस मौके पर महिला सर्जन डा. गरिमा सिंह, डा. रूचि, डा. रेशू मिश्रा, डा. रूचि, प्रीति राठौर, डा. योगेश आर्या, डा. पीएन शर्मा, सचिन गुप्ता, अवधेश राजपूत, सुरेंद्र राठौर आदि मौजूद रहे।
शब्दों को सुनना ईश्वर का दिया गया अनुपम उपहार है: डा. केडी गुप्ता
