पत्रकार को फर्जी फँसाने बाला दरोगा निकला लुटेरा,भेजा गया जेल,अब बर्खास्तगी की हो रही तैयारी

 

कारोबारी से पाँच लाख तीस हजार रुपये की दरोगा ने की थी लूट, दो अन्य दरोगा सिपाही भी शामिल

सुघर सिंह को फँसाने बाला एक अन्य आरोपी दरोगा नागेंद्र यादव पहले ही किया जा चुका है बर्खास्त,

कानपुर नगर के सचेंडी थाना क्षेत्र की घटना, लूट का हुआ खुलाशा, रक़म बरामद

डीआईजी अनंत देव निलंबित, नागेंद्र यादव बर्खास्त, यतीश कुमार जेल में व सस्पेंड, तीनो को मिल चुकी सजा, अब बारी मनोज रघुवंशी सीओ व प्रदीप कांस्टेबल की

इटावा । कानपुर पुलिस को एक बार फिर दो दरोग़ा और एक सिपाही ने शर्मशार किया हैं। कानपुर के सचेंडी थाना क्षेत्र में पुलिसकर्मियों ने बुधवार रात हार्डवेयर कारोबारी को डरा धमकाकर 5.30 लाख रुपये लूट लिए। मामले में दोषी पाए गए स्वॉट टीम में तैनात दरोगा यतीश कुमार, हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे और सचेंडी थाने में तैनात दरोगा रोहित सिंह पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। यह वही दरोगा यतीश कुमार हैं जिसने सैफई के सुघर सिंह पत्रकार को फर्जी तरीके से गिरफ़्तार किया था। सुघर सिंह पत्रकार की शिकायत पर एक दरोगा नागेंद्र यादव को जाँच में दोषी पाये जाने पर पूर्व में ही बर्खास्त किया जा चुका है।

18 मार्च 2020 को उत्तर प्रदेश ज़िला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के आगरा मंडल प्रभारी सुघर सिंह पत्रकार अपनी कार से पुलिस महानिदेशक लखनऊ से मिलकर लौट रहे थे। इसी दौरान तत्कालीन थाना प्रभारी नज़ीराबाद मनोज रघुवंशी ने मिलने के बहाने सुघर सिंह को कानपुर बुलाया और फर्जी तरीक़े से गिरफ़्तार कर कर दो मुक़दमे में साज़िश करके फँसा दिया। इसमें दरोग़ा नागेंद्र यादव व यतीश कुमार भी शामिल था। यतीश गिरफ़्तार करने वालों की टीम में व दरोग़ा नागेंद्र यादव साज़िश करने में शामिल था। सुघर सिंह पत्रकार की कई लोगों से मुक़दमे बाजी चल रही है उन्ही मुक़दमें के अभियुक्तों ने आईजी मोहित अग्रवाल एसएसपी अनंत देव व सीओ गीतांजलि व थाना नज़ीराबाद के प्रभारी निरीक्षक मनोज रघुवंशी के साथ मिलकर साज़िश रची और बुलाकर फँसा दिया। सुघर सिंह पत्रकार के पास लायसेंसी रिवाल्वर होते हुए 315 बोर के दो कारतूस लगाकर फर्जी साज़िश की गई।
दरोगा द्वारा कारोबारी से पाँच लाख तीस हज़ार की लूट करने व मारपीट के मामले में मुक़दमा दर्ज करने व दरोग़ा के निलंबन की कार्यवाही से सुघर सिंह पत्रकार व उनके परिवार ख़ुशी का माहौल है। सुघर सिंह ने बताया कि 18 मार्च को कानपुर में पुलिस की साज़िश ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया था न्याय के लिए लगातार तीन साल से भटक रहा हूँ लेकिन नीचे बालों ने न्याय नहीं दिया और ऊपर बाले ने न्याय दिया और दो आरोपी दरोग़ा को सजा मिल चुकी है। अब सीओ मनोज रघुवंशी, उपनिरीक्षक महेंद्र सिंह व प्रदीप सिपाही बचे है भगवान इन्हें भी जल्द सजा देगा।

 

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