जालौन। अतिक्रमण हटाने के दौरान जलने से मां बेटी की हुई दर्दनाक मौत के बाद लोगों में प्रशासन के खिलाफ नाराजगी पनप रही है। घटना के विरोध में जमीयत उलेमा के जिलाध्यक्ष मौलाना सुल्तान अहमद के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया। जिसमें पीड़ितों को उचित राहत देते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव में कृष्ण गोपाल दीक्षित के यहां तहसील प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने गई थी। इसी दौरान टीम की परिजनों से नोकझोंक हो गई। आरोप है कि झोपड़ी में कृष्ण गोपाल की पत्नी और बेटी थीं। इसी दौरान आग लगने से मां बेटी जिंदा जल गयी थी। मां बेटी के प्रशासन की मौजूदगी में जिंदा जलने की घटना के बाद लोगों में आक्रोश पनप रहा है। लोग इस हृदयविदारक घटना को लेकर चर्चा कर रहे हैं एवं इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति रोकने की मांग उठा रहे हैं। बुधवार को जमीयत उलेमा के जिलाध्यक्ष मौलाना सुल्तान अहमद के नेतृत्व में अशफाक राईन, भगवान दास तिवारी, गजेंद्र कुशवाहा, गफ्फार मंसूरी आदि ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सना अख्तर को सौंपा। जिसके माध्यम से इस घटना पर अफसोस व्यक्त करते हुए इसे इंसानियत विरोधी बताया। ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि पीड़ित परिवार को हर संभव मदद की जाए एवं इंसानियत को भूल कर काम करने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके। संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से अतिक्रमण हटाने के नाम पर अपनाई जा रही प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए हैं। और अतिक्रमण हटाते समय मानवीय दृष्टिकोण नजरअंदाज न करने की मांग की है।