कालपी(जालौन)। मंगलवार को कालपी कालेज कालपी के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। फुपुक्टा के निर्देशन पर बुटा कार्यकारिणी के आव्हान पर महाविद्यालय शिक्षक इकाई के पदाधिकारियों द्वारा एआई फुपुक्टो की मांगो का समर्थन कर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रकट किया।
मंगलवार को कालपी कालेज कालपी में एआई फुपुक्टो के प्रतिनिधि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के सदस्य डा. धर्मेंद्र पाल सिंह महामंत्री द्वारा बताया गया कि विगत कई वर्षों से निरंतर मांगें उठाई जाती रही हैं। लेकिन सरकार के द्वारा अनसुना किया जा रहा जो कि ठीक नही है। उन्होंने बताया कि हमारी दस सूत्रीय मांगे हैं। पुरानी पेंशन बहाली की मांग, शिक्षक बजट को बढ़ाने की मांग, विदेशी वि.वि. के आने पर प्रतिबंध की मांग, विश्व विद्यालयों में लोन नहीं अनुदान की मांग, शिक्षा के निजीकरण एवं व्यवसायीकरण करने का विरोध, डिजिटल विश्वविद्यालयों का विरोध, प्रोन्नति में पी.एच.डी की अनिवार्यता समाप्त किए जाने की मांग, शिक्षकों की सेवानिवृत्त की आयु 65 वर्ष किये जाने की मांग, शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक पदों पर स्थानीय नियुक्ति की मांग की। इस अवसर पर डा. सुधा गुप्ता, डा. मधु प्रभा तिवारी, डा. ब्रजेन्द्र सिंह, डा. सोमचन्द्र चैहान, डा. शैलेंदु शेखर, प्रवीण कुमार, डा. राधारानी,विनीत कुमार चतुर्वेदी, डा. कीर्ति पुरवार आदि शिक्षक उपस्थित रहे।