कालपी(जालौन)। शुक्रवार फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का शुभारंभ उपजिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर किया। यह अभियान दस फरवरी से 27 फरवरी तक चलाया जायेगा। इस दौरान उपजिलाधिकारी ने फाइलेरिया की दवा खाकर फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। साथ ही उपजिलाधिकारी कार्यालय में तैनात कर्मचारियों और फरियादियों को भी दवा खिलाई गई।
शुक्रवार को उपजिलाधिकारी अभिषेक कुमार ने फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का शुभारंभ रैली को हरी झंडी दिखाकर किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी ने कहा हमें अपने तहसील से ही नहीं इस देश से भी फाइलेरिया रोग का समूल नाश करना है। अभियान के दौरान आपके घर पर आने वाले स्वास्थ्य कर्मी के सामने ही दवा का सेवन करना है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया रोग के बारे में जागरूक करेंगे, साथ ही अपने सामने दवा खिलाएंगे और किसी भी स्थिति में दवा का वितरण नहीं किया जाएगा। यह दवा आपको फाइलेरिया रोग से सुरक्षित रखेगी, इसको खाना है फेंकना नहीं है। एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को यह दवाएं नहीं खिलाई जाएंगी।

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एक वर्ष से अधिक आयु के लोगों खिलाई जाएगी दवा
चिकित्साधिकारी डा. गोपाल द्विवेदी ने बताया कि 1 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों को फाइलेरिया की दी जायेगी। दवा खाली पेट नहीं खाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीमार, गर्भवती और 1 वर्ष से कम आयु के बच्चों को फाइलेरिया की दवा नहीं खानी है। इसके लिए विभाग द्वारा 47 टीमों को लगाया गया है। साथ ही प्रत्येक मुहल्लों में एक रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। अगर किसी को दवा खाने के बाद कोई परेशानी होती है तो टीम द्वारा फौरन उसका इलाज किया जाएगा