उरई,
मंडलायुक्त अजय शंकर पाण्डेय के निर्देश के क्रम में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत टाउनहॉल ट्रस्ट लाईब्रेरी में आयोजित बुन्देली चितेरी लोक चित्रकारी, कार्यशाला का उद्घाटन जिलाधिकारी चाँदनी सिंह ने किया। इस अवसर पर लाईब्रेरी का निरीक्षण एवं पुस्तकालय हॉल में स्थापित वाल ऑफ ऑनर का अवलोकन किया गया। टाउनहॉल ट्रस्ट की ऐतिहासिकता, वाल ऑफ ऑनर एवं लाईब्रेरी के सम्बन्ध में जिलाधिकारी को वरिष्ठ कोषाधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी ने अवगत कराया। बुन्देली चितेरी लोक चित्रकला कार्यशाला का आयोजन प्रभु आईये ट्रस्ट के सदस्य एवं नगर के ख्यातिप्राप्त चित्रकार रोहित विनायक द्वारा किया गया।

इस अवसर पर लोक चित्रकला प्रदर्शनी भी लगाई गई। कार्यक्रम के प्रारम्भ में जिला विद्यालय निरीक्षण भगवत पटेल द्वारा लोक चित्रकला के महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस 5 दिवसीय कार्यशाला में लगभग 50 छात्र लोक चित्रकला का प्रशिक्षण रोहित विनायक से प्राप्त करेंगे। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में प्रतिभागी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि व्यक्तित्व के विकास एवं निर्माण में लोक चित्रकला की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सर्वप्रथम चित्रकार के मस्तिक में विचार जन्म लेते हैं तत्पश्चात वह अपनी इस कल्पना को रंग एवं ब्रश के माध्यम से कागज़ पर उतारता है। कुछ बच्चों में इस प्रकार की अभिरूचियों का गुण जन्म से होता है एवं कुछ अपनी लगन एवं महनत के द्वारा उसे प्राप्त कर लेते है। इस प्रकार की लोक कलायें मनुष्य के मानसिक विकास एवं सुखद तथा शान्तिपूर्ण जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ऐसी कलाये सकारात्मक ऊर्जा का भरपूर श्रोत होती है। तथा इनमें पारंगत छात्र कभी अवसाद ग्रस्त नहीं हो सकते है।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रतिभागी छात्रों से अपेक्षा की गई कि वे पूर्ण लगन से बुन्देली चितेरी लोक कलाओं की बारीकियां सीखेगें एवं उनका निरन्तर अभ्यास करके स्वयं को उनमें पारंगत करेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा गया कि वर्तमान डिजिटल युग मे फेसबुक, यूट्यूब एवं ट्विटर आदि प्लेटफार्म पर बच्चे अपनी कला का प्रदर्शनकर स्वयं प्रसिद्धि भी कर सकते है तथा जनपद का नाम भी रोशन कर सकते हैं, उन्होंने इस कार्यशाला के आयोजन रोहित विनायक के प्रयास की सराहना भी की। इस कार्यक्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल, वरिष्ठ कोषाधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट अंगद यादव, नगर पालिका अध्यक्ष अनिल बहुगुणा, डा० श्रीमती चन्द्रा, सामाजिक कार्यकर्ता अलीम सर, कलेक्ट्रेट के वरिष्ठ सहायक सुनील कुमार सहित लगभग 50 छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।