उरई(जालौन)।विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह शुरू मच्छरों का करें खात्मा, बुखार हो तो नजदीकीय सरकारी अस्पताल में जाएं ,साफ-सफाई और बीमारियों की रोकथाम के संदेश को समुदाय तक पहुंचाने की कोशिश।
सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा व जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह का जिला अस्पताल से किया जिला स्तरीय अभियान का सुभारम्भ।
आसपास साफ सफाई रखें मच्छरों का खात्मा करें और बुखार हो तो सरकारी अस्पताल में ही दिखाएं।
इन मुख्य संदेशों के साथ विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान माह का शनिवार से शुभारंभ हो गया है।
जनपद के सभी सरकारी अस्पतालों और ग्यारह अन्य विभागों में संचारी रोगों के रोकथाम की शपथ ली गयी। सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा व जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने जिला अस्पताल से प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया । यह वैन समुदाय में संचारी रोगों के प्रति जनजागरूकता का प्रसार करेगी अंग्रिमपंक्ति कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्यकर्मियों ने इस मौके पर रैली भी निकाली।
अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्रों का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण क्षेत्रीय अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों द्वारा किया गया।


विधायक गौरी शंकर वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा है कि सामुदायिक प्रयासों से ही सरकार द्वारा किये जाने वाले प्रयास फलीभूत होंगे। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक पखवाड़े के जरिये ही पूर्वांचल की इंसेफेलाइटिस जैसी महामारी नियंत्रण में आई है।
उन्होंने मौजूद लोगों को शपथ दिलाई कि वह स्वच्छता अपनाएंगे और समुदाय को बीमारियों से बचाएंगे। उन्होंने पंचायती राज विभाग को निर्देश दिए कि गांव-गांव में युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चलाया जाए ।
जिलाधिकारी ने बताया कि 02 अप्रैल से 30 अप्रैल तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह चलेगा जबकि 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस्तक पखवाड़ा आयोजित होगा।
विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान महीने भर स्वास्थ्य विभाग जनजागरूकता अभियान, रोगियों के उपचार की व्यवस्था, संचारी रोगों और दिमागी बुखार की निगरानी, अंग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं द्वारा चिन्हित संचारी रोग और कोविड के लक्षण युक्त व्यक्तियों की जांच की व्यवस्था, लक्षण के अनुसार क्षय रोगियों के जांच की व्यवस्था, मच्छरों की दृष्टि से हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में अन्तर्विभागीय सहयोग से मच्छरों को समाप्त करने की व्यवस्था, रोगियों के निःशुल्क परिवहन की व्यवस्था, ग्राम एवं नगर विकास विभाग के सहयोग से वाहक नियंत्रण गतिविधियां, प्रचार प्रसार व व्यवहार परिवर्तन गतिविधियां और नोडल विभाग के तौर पर अन्य व्यवस्थाएं देखेगा। उन्होंने कहा कि आईसीडीएस, ग्राम विकास एवं पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम या शहरी विकास विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांग कल्याण, स्वच्छ भारत मिशन, सूचना, संस्कृति और चिकित्सा शिक्षा विभाग को भी विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
आईसीडीएस विभाग जनजागरूकता के साथ-साथ कुपोषित बच्चों की पहचान और उपचार के लिए संदर्भन करेगा। पंचायती राज विभाग साफ-सफाई, झाड़ियों की कटाई, हैंडपंप मरम्मत, जनजागरूकता और निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड के लक्षणयुक्त व्यक्तियों को दवा उपलब्ध करवाएगा। शिक्षा विभाग स्कूलों में जनजागरूकता की गतिविधियां करेगा।
कृषि विभाग छछूंदर और चूहे को नियंत्रित करने की गतिविधियां करेगा। पशुपालन विभाग सूकर बाड़ों को आबादी से दूर ले जाने की गतिविधियां करेगा और पशुपालकों को पशुपालन स्थलों पर स्वच्छता के प्रति जागरूक करेगा। स्वच्छ भारत मिशन के तहत उच्च रोगभार वाले ग्रामों को प्राथमिकता के आधार पर खुले में शौच से मुक्त किया जाएगा। नगरीय निकाय विभाग वेक्टर नियंत्रण के अलावा मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से जनजागरूकता फैलाएगा और कोविड के लक्षण युक्त व्यक्तियों को मेडिसिन किट देगा।
दस्तक पखवाड़े की गतिविधियां
सीएमओ ने बताया कि 15 अप्रैल से शुरू हो रहे दस्तक पखवाड़े के दौरान अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता घर-घर जाएंगी और बुखार के रोगियों की सूची तैयार करेंगी । कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण एवं लाइन लिस्टिंग किया जाएगा। कोविड के रोगियों की भी लाइन लिस्टिंग होगी।
घर-घर क्षय रोग के लक्षणों वाले रोगियों का चिन्हीकरण होगा।
क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची तैयार होगी जहां मच्छरों का प्रजनन अधिक पाया गया हो।
इस प्रकार चिन्हित रोगियों को निःशुल्क इलाज की सुविधा दी जाएगी जबकि मच्छरों के नियंत्रण के प्रभावी उपाय किए जाएंगे।
इस अवसर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र देव शर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीएमएस ममता स्वर्णकार उपस्थित रहे।

 

रिपोर्ट-अमित कुमार उरई जनपद जालौन उत्तर प्रदेश।