उरई (जालौन)।न्यायिक कर्मचारियों को अच्छे काम के लिये प्रोत्साहित करने और उनके कार्य में और अधिक गुणवत्ता लाने के उद्देश्य से जनपद न्यायाधीश तरूण सक्सेना ने अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारियों को पुरस्कार देने की अनूठी पलह की है।

उन्होंने न्यायिक कर्मचारियों के साथ-साथ जिले की विभिन्न तहसील क्षेत्रों में कार्य कर रहे पैरालीगल वालंटियर्स (पीएलवी) को भी सम्मानित किया है।
इनका चयन विभिन्न मानकों पर समग्र प्रदर्शन के मूल्यांकन के आधार पर किया गया।
इसमें उनकी कार्यपद्धति, कर्मनिष्ठा, उपस्थिति, अनुशासनप्रियता इत्यादि पहलुओं को समय-समय पर होने वाले विभिन्न निरीक्षणों में जांचा-परखा गया।
गत् दिवस जिला दीवानी न्यायालय सभागार में सम्पन्न हुये पुरस्कार वितरण समारोह में जनपद न्यायाधीश तरूण सक्सेना ने कहाकि न्यायिक व्यवस्था में न्यायाधीशों के साथ-साथ कर्मचारियों का भी अप्रत्यक्ष योगदान है।
कर्मचारी किसी भी सरकारी तन्त्र का मेरूदण्ड ( बैक वॉन) होता है। कर्मचारियों को अच्छे कार्य प्रदर्शन के लिये समय-समय पर प्रोत्साहित किया जाना नितान्त आवश्यक है।
इन्हें प्रोत्साहित करने से जहां इनके कार्य प्रदर्शन में सुधार आता है वहीं दूसरी ओर अन्य कर्मचारियों को भी इनसे प्रेरणा मिलती है।
इससे सरकारी तन्त्र में ऊर्जा का संचार होता है और यह संस्था हित में अति आवश्यक है।
इस समारोह में 13 तृतीय श्रेणी कर्मचारियों, 05 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं 18 पैरालीगल वालंटियर्स (पीएलवी) के साथ-साथ विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्रायें भी सम्मानित किये गये।
इस मौके पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (प्रथम) सुरेश चन्द्र, विशेश न्यायाधीश प्रकाश तिवारी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती अन्जू राजपूत, सिविल जज सीडि महेन्द्र रावत, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती रेनू यादव समेत अन्य न्यायिक अधिकारियों के साथ-साथ केन्द्रीय नाजिर जयसिंह, सहायक नाजिर अरविन्द निरंजन, प्रशासनिक अधिकारी राकेश कुमार, वरिश्ठ कर्मचारी सर्वश्री दिनेश चौरसिया, अनिल खरे, महेश गुप्ता, चीफ रीडर सत्येन्द्र प्रताप सिंह, पीए योगेन्द्र श्रीवास्तव, प्रदीप खरे, मनोज कुमार, अवधेश गौतम, केशियर अवधेश सोनी, प्रशासनिक लिपिक ठाकुरदास, सचिन कौशिक, अतुल कुमार, अशोक खेमरिया, राकेश रायक्वार, नियाजुद्दीन,रिजवान खान, मानसिंह एवं अमानतउल्ला आदि उपस्थित रहे।

 

रिपोर्ट-अमित कुमार उरई जनपद जालौन उत्तर प्रदेश।