उरई(जालौन)।जेंडर इक्विटी की कार्यशाला ब्लॉक संसाधन केंद्र मडोरा में सम्पन्न हुई।
कार्यशाला का शुभारंभ ईस बंदना के साथ शुरू हुई।
सभी आये हुए प्रतिभागियों का सर्वप्रथम परिचय प्राप्त किया गया।
इसके उपरांत कार्यक्रम के उद्देश्य को खंड शिक्षा अधिकारी क्षेत्र डकोर मुकेश कुमार ने विस्तार से बताया।
कई उदाहरणों के माध्यम से यह बताया गया कि आम जन मानस ने समाज में स्वयं ही कार्यों को महिला,पुरूष में बांट दिया है।
जो गलत है।
सामाज में यह धारणा है कि घर की साफ सफाई,साज सज्जा,भोजन पकाने ,नर्स , बच्चों की देखभाल, आदि काम लड़कियों ,महिलाओं के लिये है जबकि घर के बाहर के काम,बाजार से सामान क्रय करना,मेहनत वाले कार्य केवल पुरूष ही कर सकता है।
यह धारणा पूर्णतया ग़लत है।

वही डॉ ममता स्वर्णकार राज्य संदर्भदाता ने बताया कि हमे अपनी सोच बदलनी होगी ग्रामीण परिवेश में अब भी लड़कियों को पढ़ाने में रूचि नहीं लेते
है उनका कहना होता है कि लड़की को तो पराये घर जाना है वह पढ़ लिख कर क्या करेगी जब कि हर परिवार यह चाहता है कि उसके घर पढ़ी लिखी बहु आये।यह कैसे सम्भव हो सकता है। लड़का और लड़की के बीच जो अंतर है उसे समाप्त करना होगा।
हर कार्य को लड़का लड़की कर सकते है बस हमे उनके अन्दर आत्मविश्वास जगाने की जरूरत है।
क्योंकि हम आप सभी अध्यापक है जो समाज से सबसे निकट है ।

आप हम ही जनजागरण के माध्यम से इस विसंगति को दूर कर सकते है।
यह कार्य इतना आसान नहीं है लेकिन असंभव भी नहीं है ।

डॉ कल्पना श्रीवास्तव राज्य संदर्भदाता ने बताया कि आप सभी को अपने अपने विद्यालय में जाकर जेंडर संवेदीकरण से सम्बंधित कार्यशाला आयोजित करनी है।
सभी ए आर पी , खंड शिक्षा अधिकारी, सन्दर्भदाता, राज्य सन्दर्भदाता को भी कार्यशाला में आमंत्रित करना है ।समाज मे फैली अन्य बुराइयों को जैसे अंधविश्वास ,दहेज प्रथा ,आदि विषयों पर चार्ट ,पोस्टर ,नाटक एकांकी आदि कस प्रदर्शन करना है।
न्यायपंचायत पर श्रेष्ठ प्रदर्शन को ब्लॉक लेवल पर की जा रही नारी चौपाल में न्यायपंचायत वार दिखाना है ।
इस अवसर पर विकासखंड डकोर के कर्मठ शिक्षा अधिकारी श्री मुक्तेश कुमार जी ने कि हमे अभी से इस कार्य लग जाना है और समाज में फैले लिंगभेद के अंतर को ख़त्म करना है ।
बालिका डीसी श्याम जी गुप्ता प्रशिक्षण डीसी डॉ विश्वनाथ दुबे ने विजेता स्टॉल आने वालों को पुरस्कृत किया।
प्रथम स्टॉल गढ़र न्याय पंचायत, द्वितीय स्टॉल जैसारी कलां,और तीसरा स्थान कर्मवीर न्याय पंचायत को मिला।
प्रत्येक न्याय पंचायत से उत्कृष्ट कार्य करने वाली एक एक पावर एंजेल को प्रमाण पत्र एवं मेडल पहनाकर सम्मानित किया।
और स्टाल में जितने भी शिक्षक शिक्षिकाओं ने योगदान दिया और जिन्होंने विद्यालय में रहकर समुदाय में जागरूकता फैलाने का काम किया उनको भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इस मौके पर समस्त शिक्षक संकुल एवं प्रत्येक न्याय पंचायत से शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

 

 

रिपोर्ट-अमित कुमार उरई जनपद जालौन उत्तर प्रदेश।