मथुरा, हरियाणा और मथुरा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम के भ्रूण परीक्षण संबंधी स्ट्रिंग आपरेशन में फंसे डाक्टर दंपती और दलाल को पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
हरियाणा के पलवल जिले के स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि मथुरा में किसी नर्सिंग होम पर गर्भवती महिलाओं का भ्रूण परीक्षण किया जा रहा है। वहां की महिलाएं दलालों के जरिए यहां भ्रूण परीक्षण कराने के लिए आ रही हैं। तभी पलवल के एसीएमओ डॉ. नरेंद्र ¨सह मलिक व पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. संजय ने यहां स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया। फिर दोनों ही अधिकारी टीम के साथ मंगलवार को यहां आ गए। उनके साथ कोमल शर्मा नाम की गर्भवती महिला भी थी। यहां पीएनडीटी के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ. देवेंद्र अग्रवाल को उन्होंने साथ लिया और दलाल से संपर्क साधा। पलवल के एसीएमओ डॉ. मलिक के मुताबिक कोमल शर्मा के साथ वे एक दलाल के संपर्क में आए। उसने उन्हें नए बस अड्डे के पास दूसरे दलाल से मिला दिया। वह उन्हें स्टेट बैंक चौराहे तक ले गया और तीसरे दलाल के हवाले कर दिया। उसने 25 हजार रुपये संभाले और मयूर विहार में गोयल नर्सिंग होम पर ले गया। जहां उसने डाक्टर दंपती से उनके कक्ष में गुफ्तगू की। इसके बाद कोमल का वहां अल्ट्रासाउंड कर भ्रूण की जानकारी दी गई। बस, तभी पूरी टीम ने नर्सिंग होम में मूव किया और डॉक्टर दंपती व दलाल को दबोच कर 25 हजार रुपये बरामद कर लिए। इसके बाद वहां लगी अल्ट्रासाउंड की दोनों मशीनों को सीज करते हुए आरोपितों को कोतवाली ले जाया गया। मथुरा के पीएनडीटी नोडल अधिकारी देवेंद्र अग्रवाल ने डॉ. वीएस गोयल, उनकी पत्नी डॉ. अनुजा गोयल और दलाल राजवीर निवासी नगला प्राण, सहपऊ, हाथरस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने तीनों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया। वहां से जेल भेज दिया गया है।
बाइट – पीएनडीटी के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ. देवेंद्र अग्रवाल