उरई
जिलाधिकारी चाँदनी सिंह ने कम्पोजिट प्राथमिक विद्यालय कुसमिलियां व आदर्श प्राथमिक विद्यालय मौखरी का औचक निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। औचक निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य ममता स्वर्णकार अनुपस्थित पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की साथ ही नो वर्क नो पे के आधार पर वेतन रोकने के निर्देश दिये। उन्होने विद्यालय में छात्र-छात्रायें उपस्थित पंजिका का निरीक्षण करने पर छात्र-छात्राओं के पंजीकरण के सापेक्ष उपस्थिति कम होने पर संबंधित अध्यापक को पंजीकृत बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराये तथा दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये। कक्षा-4 व कक्षा-5 में प्रकाश की व्यवस्था कम होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने शिक्षा की गुणवत्ता परखने के उद्देश्य से कक्षा-3 व कक्षा-4 के छात्र-छात्राओं निपुण भारत ऐप के माध्यम से सवाल जबाव किये जिस पर छात्र-छात्राओं ने प्रश्नों के सही उत्तर दिये। जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं को मन से पढ़ाई करने के लिये प्रोत्साहित किया, विद्यालय में उपस्थित अध्यापकों को, छात्र-छात्राओं को उनकी अभिरूचि के अनुसार पढ़ाये जाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुये कहा कि छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को प्रेरित करते हुये छात्र-छात्राओं को यूनिफाॅर्म में स्कूल भेजे।

जिलाधिकारी ने विद्यालय परिसर में साफ-सफाई, किचिन, पेयजल, अग्निशमन यन्त्र, शौचालय आदि व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर जायजा लिया और सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार समस्त छात्र-छात्राओं के अभिभावक की भूमिका निभा कर निःशुल्क पाठ्य पुस्तक, जूता-मौजा, स्कूल बेग एवं मध्यान्ह भोजन मुहैया करा रही है ताकि कोई भी छात्र-छात्रायें शिक्षा के उजाले से बंचित न रहने पाये। उन्होने कहा कि गुरूजनों का यह दायित्व बनता है कि वह अपने दायित्वों का निवर्हन कर शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे।


जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान देखा गया कि स्कूल परिसर की एक कक्ष में दो खिड़की है जिस पर संबंधित ग्राम के दबंगों द्वारा एक खिड़की ईट लगाकर बन्द कर दी गयी व दूसरी खिड़की के पास दुर्गन्धित कूड़ा डाला जा रहा है जिससे छात्र-छात्राओं में संक्रमण फैलने की सम्भावना बनी हुयी हैं। जिलाधिकारी ने उक्त प्रकरण का संज्ञान गम्भीरता से लेते हुये उपजिलाधिकारी उरई व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि उक्त प्रकरण के निस्तारण के लिये त्वरित मौके पर पहुंचकर दबंग व्यक्ति के खिलाफ जांच कर आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जाये।