कोंच(जालौन)। चैत्र शुल्क प्रतिपदा सनातन हिन्दू नव वर्ष सम्वत 2080 के प्रथम दिन नगर एवं क्षेत्र के देवालयों में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी सनातन धर्म के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन से नया संवत्सर प्रारम्भ हो जाता है और उसी दिन से कुड़ी पड़वा एवं चैत्र चौत्र नवरात्रि प्रारम्भ हो जाती है। जिसमें देवी मां को मानने बाले घट स्थापना करके दुर्गा सप्तशती का पाठ वृह्मचर व्रत धारण करके प्रारम्भ करते है जो अष्ठमी तक निर्वाध रूप से संचालित रहता है कुछ लोग अपनी मान्यताओं के चलते जवारों का भी रोपण करते हुए हवन पूजन करते है। जिसमें भाव विभोर होकर भक्तगण अपनी माता को प्रसन्न करने के लिए अचरियों का गायन करते हैं दिन बुधवार को सुबह से ही बड़ी माता मंदिर सिंहवाहिनी काली माता मंदिर सहित तमाम विराजमान देवालयों पर महिलाओं एवं पुरुषों की काफी भीड़ देखी गयी वहीं भक्तों ने मातारानी के दर पर पहुंचकर पूजन अर्चन कर मां का आशीर्वाद प्राप्त किया बता दें कि नवरात्रि का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है और यह वर्ष में दो वार मनाया जाता है। जिसमें 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 अलग अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान मातारानी की बिधि विधान से पूजा अर्चना करने से सभी कष्ट दूर होते है और मनोकामनाएं पूर्ण होती है।