आरोपियों के पास से 1 लाख 80 हजार रुपये भी  किए बरामद
जालौन। जनवरी माह में फर्जी नंबर प्लेट के सहारे ट्रांसपोर्टर के माध्यम से ट्रक पर गुड़गांव के लिए हरी मटर लदवा ली। इसके बाद रास्ते में ही मटर को बेच दी। कोतवाली पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को आगरा और एक आरोपी को चुंगी नंबर चार से पकड़ा। सीओ उमेश पांडेय ने कोतवाली में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से 1 लाख 80 हजार रुपये भी बरामद किए हैं। तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। जहां स उन्हें जेल भेज दिया गया।
कानुपर निवासी मुस्तकीम चिश्ती स्थानीय मंडी में ट्रांसपोर्ट का काम करता है। जनवरी माह में हरी मटर का सीजन चल रहा था। बीती 10 जनवरी को उसके पास एक व्यक्ति ने फोन आया और बताया कि उसका ट्रक खाली है उसे भाड़ा चाहिए है। यदि भाड़ा हो तो वह बता दे। ट्रांसपोर्टर ने बताया कि रेंढ़र थाना क्षेत्र के ग्राम क्योलारी से हरी मटर को लादकर तुलसीदास दिलीप कुमार की फर्म पर गुड़गांव जाना है। उक्त ट्रक चालक दस जनवरी की शाम ही 121 क्विंटल बीस किलो मटर लादकर गु़ड़गांव के लिए निकल गया। अगले दिन शाम तक जब ट्रक फर्म पर नहीं पहुंचा तो ट्रक की खोजबीन शुरू की गई। लेकिन ट्रक का कहीं पता नहीं चला। जिसके बाद ट्रांसपोर्टर ने रेंढ़र थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की विवेचना जालौन कोतवाल कुलदीप तिवारी को सौंपी गई थी। उक्त मामले का कोतवाली में खुलसा करते हुए सीओ उमेश पांडेय ने बताया कि मामले की विवेचना में ट्रक का नंबर भी फर्जी निकला था। पुलिस व एसओजी टीम ने ंसंयुक्त कार्रवाई करते हुए मामले मामले की विवेचना की। जिसमें जिनमें अरविंद कुमार पुत्र नरोत्तम निवासी नुनहाई शाहदरा जनपद आगरा, जितेंद्र उर्फ जीतू यादव पुत्र दलवीर सिंह निवासी पोली पोखर बांके बिहारी चौकी पोहिया थाना खंदौली आगरा एवं भूप सिंह उर्फ मटरू पुत्र बलवीर सिंह निवासी गुलालपुर नौगांव मैनपुरी के नाम प्रकाश में आए। जिसमें से भूपसिंह को कोतवाली प्रभारी कुलदीप तिवारी ने मुखबिर की सूचना पर सोमवार की रात चुंगी चुबर चार के पास से गिरफ्तार किया। शेष दोनों आरोपियों को एसआई रजत कुमार ने बालाजी डीजल जनरेटर इंडस्ट्री फाउंड्री नगर थाना एत्मादौला जनपद आगरा से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने आगरा में मटर को 2 लाख 16 हजार रुपये में बेचा था। जिसमें से पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लाख 80 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं। शेष रुपये आरोपियों ने खर्च कर लिए हैं। पुलिस पकड़े गए आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।