0 जिलाधिकारी व सांसद कार्यालय में लगाई मजदूरी भुगतान की गुहार
उरई (जालौन)। प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जहां एक ओर गरीब, मजदूर और निचले पायदान से जुड़े लोगों को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं तो वहीं कुछ विभागीय आला अफसर ऐसे भी हैं जो उनकी मंशा को पलीता लगाने में पीछे नहीं हैं। शुक्रवार को ऐसा ही एक मामला उस वक्त प्रशासन तक पहुंचा जब गैर प्रांत से आये डेढ़ सैकड़ा मजदूरों ने वन विभाग कालपी के एक अधिकारी पर उत्पीड़न करने के आरोप मढे़। मजदूरों की मानें तो जिम्मेदार अधिकारी ने उन्हें बीते कई महीनों की मजदूरी न देकर उनके परिवार को भुखमरी की कगार पर खड़ा कर दिया है। बहरहाल केंद्रीय राज्यमंत्री के प्रतिनिधि अवध शर्मा बब्बा के हस्तक्षेप से प्रशासन ने आनन फानन में डीएफओ को तलब कर शीघ्र भुगतान कराये जाने का आश्वासन दिया। हालांकि समाचार लिखे जाने तक सभी मजदूर परिवार कलैक्ट्रेट परिसर में डेरा जमाये हुये थे। उनका साफ कहना है कि जब तक उन्हें मजदूरी का पूरा भुगतान नहीं हो जाता वह यहां से नहीं हिलेंगे।


जानकारी के मुताबिक मप्र के जनपद कटनी निवासी अमोल, महेंद्र, शानिराम, दर्शन लोनी, अमर लोनी, राम लौनी, अतुल, राजा कोल, सत्यप्रकाश, पूजा, दीपिका, सुकाराती, सीमा, द्रोपती, पुष्पा, मुकेश, खुशबू, केदार, कप, राजरानी सहित डेढ़ सैकड़ा के लगभग मजदूर वन विभाग की कालपी रेंज व वीर सोहरापुर नर्सरी में प्लांटेशन का कार्य कराया गया था। बताया जाता है कि उप वनाधिकारी ने उन्हें दो माह से अधिक समय तक काम लेने के उपरांत उन्हें निर्धारित मजदूरी जो कि 19 लाख 11 हजार 620 रुपये बतायी जाती है के सापेक्ष महज 44 हजार रुपये देकर ही अपना पल्ला झाड़ लिया। मजदूरों द्वारा जब शेष मजदूरी के लिये गुहार लगायी गयी तो उक्त वनाधिकारी ने न सिर्फ उन्हें मजदूरी देने से साफ इंकार कर दिया बल्कि खुले तौर पर धमकी देकर अपनी तानाशाही दिखायी। इसके बाद बीती देर शाम भूख से बेहाल सभी मजदूर जिला मुख्यालय आये जहां एसपी कार्यालय के बाहर रात्रि गुजारने के बाद प्रातः सभी मजदूर कलैक्ट्रेट परिसर में पहंुचे जहां पर उन्होंने लिखित प्रार्थना पत्र देकर जिलाधिकारी से मजदूरी का भुगतान कराये जाने की गुहार लगायी इस पर डीएम ने डीएफओ को तलब किया इसी दौरान मजदूरों का जत्था केंद्रीय राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा के कार्यालय में पहुंचे जहां पर उन्होंने उनके प्रतिनिधि अवध शर्मा बब्बा को अपनी व्यथा सुनाते हुये मजदूरी का भुगतान कराने में सहयोग मांगा तो अवध शर्मा बब्बा ने आला अधिकारियों से दूरभाष पर बात कर सभी मजदूरों को भुगतान कराये जाने की पहल की। फिलहाल देर शाम तक सभी मजदूर कलैक्ट्रेट परिसर में डेरा जमाये हुये थे।