जालौन। शनिवार को तहसीलदार के अर्दली का सुविधा शुल्क लेते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए अर्दली का उसके पद से हटाकर संग्रह अनुभाग से संबद्ध कर दिया गया है। साथ ही एसडीएम ने नायब तहसीलदार कुठौंद को मामले की जांच सौंपी है।
तहसील परिसर जहां उपजिलाधिकारी के साथ तहसीलदार व 3 नायब तहसीलदार बैठते हैं। इस समय भ्रष्टाचार का अड्डा बनता जा रहा है। यहां अधिकारियों के कर्मचारियों द्वारा काम के हिसाब से सुविधा शुल्क निर्धारित है। निर्धारित काम के हिसाब से सुविधा शुल्क वसूल किया जा रहा है। सुविधा शुल्क के अभाव में जनता को काम के लिए परेशान किया जा रहा है। देश व प्रदेश की सरकारें भले ही भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करती हों लेकिन कर्मचारी सरकार की साख को बट्टा लगा रहे हैं। तहसील में पहले नाजिर का सुविधा शुल्क लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें विभागीय अधिकारियों ने जांच के नाम पर खानापूर्ति कर अधीनस्थ को बचा दिया था। अबकी बार शनिवार को तहसीलदार के अर्दली राधेमोहन का सुविधा शुल्क लेते हुए वीडियो वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने तहसीलदार के अर्दली को उसके पद से हटा दिया है। उसे संग्रह अनुभाग से सम्बद्ध कर दिया गया है। उपजिलाधिकारी सना अख्तर ने मामले की जांच नायब तहसीलदार कुठौंद मुकेश कुमार को सौंपी है एवं 2 दिन में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। वीडियो वायरल होने के बाद अर्दली से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। इस संदर्भ में एसडीएम सना अख्तर ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद अर्दली को पद से हटा दिया गया है और संग्रह अनुभाग से सम्बद्ध किया गया है। मामले की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।