जालौन। 4 महीने चले सरकारी धान खरीद केंद्र पर 4 माह में धान की खरीद शून्य रही। धान खरीद केंद्र पर एक भी क्विंटल धान की खरीद नहीं हुई।
सरकारी धान खरीद के मानक और बाजार भाव की तुलना में सरकारी खरीद के दाम कम होने के चलते इस बार किसानों का सरकारी धान खरीद केंद्र से मोह भंग रहा। धान की खरीद के लिए इस बार एक अक्टूबर से सरकारी धान खरीद केंद्र चालू कर दिया गया था।

नगर में गल्ला मंडी में सरकारी धान खरीद केंद्र खोला गया था। सरकार द्वारा सरकारी धान खरीद केंद्र पर समर्थन मूल्य 2040 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था। जबकि बाजार में धान की खरीद 3000 रुपये से 3500 रुपये प्रति क्विंटल तक हुई। जिसके चलते किसान सरकारी धान खरीद केंद्र पर पहुंचे ही नहीं। वहीं कुछ किसानों ने धान बेचने की कोशिश भी की तो सरकार ने धान खरीदने के लिए जो मानक तय किए उन्हें पूरा करना काफी मुश्किल था। यही कारण रहा कि किसानों का सरकारी धान क्रय केंद्र से मोहभंग रहा। केंद्र प्रभारी आशीष कुमार ने बताया कि 4 महीने चले सरकारी धान खरीद केंद्र पर कोई भी किसान धान बेचने के लिए नहीं आया। किसानों को धान बेचने के लिए जागरूक भी किया गया लेकिन किसान केंद्र पर पहुंचे ही नहीं।

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