प्रधान व सचिव मिलकर पात्रों को अपात्र व अपात्रों को पात्र बनाने दिखा रहे जादू

लगातार हो रही शिकायतों के बावजूद भी प्रशासन ने चुप्पी साधी

उरई/जालौन। जहां केंद्र एवं राज्य सरकार मिलकर आवास विहीन गरीब पात्रों को रहने के लिये आवास दे रही है तो वहीं कुछ भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारी कागज के चंद नोटों के चक्कर में पात्रों को अपात्र घोषित कर अपात्रों को उनके हक के आवासों को मुहैया करा रहे हैं। हालांकि इस विषय में प्रशासन को काफी शिकायतें मिल रही हैं। फिर भी धृतराष्ट्र बना प्रशासन जिसे न ही सुनाई दे रहा है और न ही दिखायी दे रहा है। ऐसे में किसी पर कार्रवाई करना दूर के ढोल जैसे सुहाने वाली बात है।विकास खंड कुठोद की अधिकतर रोज शिकायते आ रही है। सबसे चौंकाने वाली बात यह लगती है कि जब इस विषय में संबंधित अधिकारियों से बात की जाती है तो वह ग्राम प्रधान चुनाव को लेकर जबरन शिकायत का मुद्दा बना लेते हैं और अगर किसी ग्राम में जांच करने जाते तो पहले जांच अधिकारी प्रधान का एक तरफा पक्ष लेने लगते है जिससे मोके पर ग्रामीणों और प्रधान पक्ष में विवाद होने की स्थिति बन जाती है और आरोप-प्रत्यारोप की बात कह कर शिकायत को पूर्णतया खारिज कर देते हैं। अब सवाल यह है कि अगर यही जिम्मेदार अधिकारी इन गरीब पात्र लोगों की शिकायतों को नहीं सुनेंगे तो यह किससे शिकायत करें और कौन इन की शिकायतों का निस्तारण करेगा। इन्हीं समस्याओं के साथ जनपद जालौन जूझ रहा है जहां पर ग्रामीणों द्वारा लगातार ग्राम प्रधान व सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये जा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप होता है कि एक आवास के बदले संबंधित अधिकारी गांधी छाप नोटों की मांग करते हैं जिसे गरीब पात्र लोग देने में असमर्थता जताते हैं। और उक्त पात्र ग्रामीण अपनी अपनी शिकायतें ब्लाक, तहसील स्तर से लेकर जिला स्तर ,जनसुनवाई पोर्टल व 1076 तक करते हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि जब प्राथमिक तौर पर जो जांचकर्ता जाते हैं उसमें भी वही लोग जाते हैं जिन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा होता है। और पूरा मामला वहीं दब जाता है जिसके बाद फर्जी रिपोर्ट लगा दी जाती है और जनसुनवाई पोर्टल पर ब्लाक स्तर के जांच अधिकारी भी अपनी कलम फसने की बिना परवाह किए प्रधान व सचिव के मिली भगत से फर्जी रिपोर्ट लगाकर सरकार का पतीला निकालते हुए पूरा मामला निस्तारित कर दिया जाता है लेकिन पीड़ित की शिकायत वहीं की वहीं रह जाती है।पात्र लोगों को केसे आखिर आवास मिले इसकी कहीं से उम्मीद नहीं दिख रही है ।

रिपोर्ट:जनपद जालौन के कुठौंद से soni news के लिए लवकेश सिंह