‘‘थानेदार छुट्टी पर हैं, एक हफ्ते बाद आना”

बाबूपुरवा पुलिस का कारनामा, थानेदार की छुट्टी का बहाना बनाकर एक हफ्ते से पीड़ितों को भगा रहे, गंभीर मामलों की विवेचना भी अटकाई

कानपुर।थानेदार साहब छुट्टी पर हैं, इसलिये एक हफ्ते बाद आना..’। ये शब्द हैं कानपुर महानगर में क्राइम बाहुल्य थाना बाबूपुरवा के सब इंस्पेक्टरों के। यहां पीड़ितों को थानेदार के छुट्टी पर होने का बहाना बनाकर थाने से भगाया-टर्काया जा रहा है। अपनी प्राथमिकी दर्ज कराने जा रहे दर्जनों पीड़ितों को पिछले पांच दिनों से बाद में आने को कहा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार कई वारदातों में तो थाने के मुखबिरों के शामिल होने के शक में पुलिसकर्मी कार्रवाई से बच रहे हैं। बहाना थानेदार के छुट्टी पर होने का है। छेड़खानी और रेप की शिकार महिलाओं से लेकर मोटरसाइकिल चोरी तक के पीड़ितों की फरियाद दरकिनार की जा रही है।

बाइक चोरी तक का मुकदमा दर्ज नहीं कर रहे

एक छोटे से केस में थाना पुलिस की लापरवाही की नजीर देखिये। बगाही बाबूपुरवा निवासी महेंद्र राजपूत ने बताया कि 24 फरवरी की देर रात को उनकी नई टीवीएस स्पोर्ट्स बाइक यूपी 78 ईपी 2481 घर के नीचे से चोरी चली गई। वो 25 की सुबह थाने पहुंचे तो थानेदार की जगह काम देख रहे एनएलसी चौकी इंचार्ज राजेश कुमार ने कहा कि इंस्पेक्टर साहब छुट्टी पर हैं। उनके आने के बाद ही विवेचना, फिर एफआईआर होगी। ये नहीं बताया गया कि थानेदार कब छुट्टी से लौटेंगे। फिर कहा गया कि चौकी इंजार्च अजीत राय मामला देखेंगे। आरोप है कि अजीत राय ने पीड़ित को चार दिन दौड़ाने के बाद पांचवे दिन बताया गया कि थानेदार 1 मार्च को ज्वाइन करेंगे तब आना। इस बीच एफआईआर दर्ज नहीं होने से मामूली सी प्राइवेट नौकरी करने वाले पीड़ित महेंद्र राजपूत को बीमा क्लेम करने में दिक्कतें आ रही है। इधर परिजनों का आरोप है कि बाइक चोरी में इलाके ही कुछ अपराधिक प्रवत्ति के लड़कों पर संदेह है। उनमें से दो पुलिस मुखबिरों के शामिल होने के कारण चौकी इंचार्ज एफआईआर दर्ज नहीं होने दे रहे हैं। तंग आकर पीड़ित ने एसएसपी के नाम पत्र देकर ऑनलाइन एफआईआर करवाई।

गंभीर मामलों की भी जांच का कष्ट नहीं उठाया

वहीं बाबूपुरवा के बहुचर्चित अदिति कांड में भी थाना पुलिस ने जमकर ढील डाली। पोर्न स्टार बनाने के लिये बेचडाली गई अदिति के वकील कमलेश फाइटर ने कहा कि थानाध्यक्ष से लेकर जांच कर रहे एनएलसी चौकी इंचार्ज के बतार्व से तंग आकर पीड़िता ने जांच को चकेरी थाने ट्रांसफर करवा लिया। गौरतलब है कि पत्नी को बेचने के आरोप में अदिति के पति पर बड़ी मुश्किल से एफआईआर दर्ज हो सकी। फिर पति ने अदिति को जान से मारने की नीयत से भरे बाजार तमंचा लेकर दौड़ाया। लेकिन इस घटना की आजतक बाबूपुरवा पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। पीड़िता को आज तक दौड़ाया जा रहा है। इसी प्रकार एक छात्र के साथ मारपीट का केस और नाबालिग से छेड़खानी के आरोपों पर कार्रवाई तो दूर, जांच तक करना बाबूपुरवा पुलिस ने मुनासिब नहीं समझा। 

उधर एसपी साउथ राकेश जौली ने कहा कि पीड़ितों को थाने से टर्काये जाने की शिकायत है तो वो उनके पास आयें। वो एफआईआर दर्ज करवायेंगे। 

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