✍🏻उरई/जालौन:कला का मूल्य नहीं होता उसका मूल्य और भी होता और वो है कलाकारों की कला जब वह जनहित कारी बन जाती है। सच्ची कला वही कला कला के लिए नहीं बल्कि जीवन के लिए है।इसी तर्ज पर कला रंग के प्रति जागरूकता अभियान निरंतरता बनाए रखें तो समाज की जागरुकता और बेहतर बन सकेगी।
संयासी वृधाश्रम में युवा कला रंग की कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन जालौन के डीएम डॉ मन्नान अख्तर ने दीप जलाकर किया इस प्रदर्शनी में 50 से ज्यादा पेंटिंग लगाई गई थी जिसमे भगवान बुद्ध और भगवान कृष्ण की पेंटिंग्स मुख्य रूप प्रदर्शित की गई थी।ये सभी पेंटिंग्स बीए और एमए के छात्र छात्राओं के द्वारा बनाई गई थ।

पेंटिंग्स बनाने वाले मुख्य रूप से प्रदीप वर्मा, श्रुति गुप्ता, शुभांषी सिंह, श्रेया गुप्ता, रोहित विनायक ने अपनी कला को जनता के बीच रखा जिसकी खूब तारीफ की गई।
सुंदर बात ये है कि कलाकृति पसंद आने पर जो सहयोग कलाकारों को मिलता और उससे मिलने वाली राशि का कुछ भाग सभी मिलकर सहयोग राशि वृद्धाश्रम के लिए दे रहें है,,।

विशेष रिपोर्ट: soni news के जनपद जालौन से सुनीता सिंह