उरई(जालौन)।जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने अस्थायी गौशाला डकोर का औचक निरीक्षण कर संबंधित अधिकारी की आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान देखा गया कि गौवंशों के लिये हरे चारे की व्यवस्था न होने पर खण्ड विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत सचिव को कड़ी चेतावनी देते हुये कहा कि गौवंशों के लिये प्रतिदिन हरा चारा व पानी, छाया की पर्याप्त व्यवस्था रहे, इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही करने पर संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होने पंचायत सचिव को निर्देशित करते हुये कहा कि अस्थायी गौशाला के संचालन में किसी भी प्रकार की अनियमित्ता न होने पाये, गौवंशों को सुबह-शाम भूसा, हरा चारा आदि खिलाया जाये।
उन्होने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि अस्थायी गौशाला परिसर के चारों तरफ छायादार पौधे लगाये जाये, साथ ही पौधो की समुचित देखभाल भी की जाये।
गौशाला परिसर में बर्मी कम्पोजिट खाद बनाने के लिये गड्डे तो बनाये गये लेकिन उक्त गड्डों में गोबर नही डाला जाता है जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुये निर्देशित किया कि बर्मी कम्पोजिट खाद बनाने के लिये उक्त गड्डों में गोबर डाला जाये, बर्मी कम्पोजिट खाद को उपयुक्त स्थान पर उपयोग किया जाये।
उन्होने निर्देशित किया कि अस्थायी गौशाला में रह रहे गौवंशों के लिये उपयुक्त जमीन पर नेपियर घास उगाना सुनिश्चित करे, जिससे गौवंशों को हरे चारे की कमी न रहे।
निरीक्षण के दौरान खण्ड विकास अधिकारी डकोर बृजकिशोर कुशवाहा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अशोक कुमार सचान सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

रिपोर्ट-अमित कुमार उरई जनपद जालौन उत्तर प्रदेश।