उरई(जालौन)।जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने आज सुबह लगभग 9 बजे कान्हा गौशाला सरसौखी व गौशाला चमारी का औचक निरीक्षण में अव्यवस्था मिलने पर संबंधित अधिकारियों की फटकार लगाकर व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान पम्प हाउस के स्थान पर दवाई मिली जबकि कान्हा गौशाला में पशु अस्पताल में दवाइयां का रखरखाव होना चाहिए, गौवंशों के उपचार के लिए दवाइयां का रखरखाव सही न मिलने पर पशुधन प्रसार अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई साथ ही निर्देशित किया गया कि गौवंशो के उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध रहें और बीमार गौवंशों को समय रहते उपचार दिया जाए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।
उन्होंने गौवंशों के लिए भूसा, हरा चारा, पानी, सफाई आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कान्हा गौशाला में 239 गौवंश संरक्षित होना बताया गया।
उन्होंने गौशाला में गोवंश के भरण पोषण के लिए भूसा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे और हरा चारा की उपलब्धता किये जाने के निर्देश दिए।
इसके उपरांत गौशाला चमारी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गौशाला में 616 गोवंश संरक्षित होना बताया गया, गौशाला में गंदगी व चारे की गुणवत्ता देख नाराजगी जाहिर की संबंधित को चेतावनी देते हुए कहा कि तत्काल प्रभाव से मशीन लगाकर कीचड़ साफ किया जाए साथ ही पर्याप्त मात्रा में भूसा व हरा चारा व पानी उपलब्ध रहे गोवंशों के संरक्षण में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए अन्यथा की स्थिति में कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने गोवंशों के टीकाकरण व बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए समय-समय पर परीक्षण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि दोबारा निरीक्षण के दौरान कमियां मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।


इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विशाल यादव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, अधिशासी अधिकारी विमलापति, नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि विजय चौधरी, ग्राम चमारी के प्रधान सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

रिपोर्ट-अमित कुमार उरई जनपद जालौन उत्तर प्रदेश।