उरई(जालौन)। बहुजन नायक साहब मान्यवर कांशीरामजी की जयंती पर बहुजन नायक जन्मोत्सव संयुक्त समिति तत्वाधान में एक संगोष्ठी प्रवेंद्रपाल सिंह के आवास में हुई। उपस्थित सभी साथियों ने मान्यवर साहब को नमन कर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर वक्ताओं ने साहब मान्यवर कांशीराम के जीवन दर्शन,संघर्ष,कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर चर्चा की । सुंदर सिंह शास्त्री एवं राजेंद्र सिंह ने कहा कि मान्यवर कांशीराम ने कहा था जिस समाज का शासन पर कब्जा होता है उसके साथ अन्याय अत्याचार नहीं होता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा की सत्ता वह मास्टर चाबी है जिससे सभी समस्याओं के ताले खोले जा सकते हैं और गुलाम को यदि गुलामी का एहसास करा दिया जाए तो वह खुद ही विद्रोह कर देता है।

उन्होंने कहा कि हमें अपनी एवं बहू बेटियों की इज्जत की रखवाली के लिए बुलेट के साथ ही बैलेट की रखवाली करनी होगी उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई पानी बिजली रोटी के लिए नहीं है बल्कि सत्ता के लिए है हमें सत्ता प्राप्त हो जाएगी तो बाकी समस्याओं का समाधान हम खुद कर लेंगे। इस मौके पर किशन बाबू, प्रवेंद्रपाल सिंह,राजेंद्र सिंह पाल मुन्नेश दोहरे,अजय चौधरी महेश प्रताप सिंह आदि ने बताया कि मान्यवर कांशीराम साहब ने दलित शोषित पीड़ित बहुजन समाज में सत्ता की ललक पैदा करके उनमें राजनैतिक चेतना जागृत की और उनमें भाईचारा पैदा कर बहुजन समाज का निर्माण किया। इस अवसर पर एक दर्जन से अधिक लोग उपस्थित रहे।