सुप्रीम कोर्ट के द्वारा एससी-एसटी एक्ट में बदलाव करने के फैसले के बाद दलित सगंठनों के साथ दलितों ने अन्दोलन शुरू कर दिया हैं। इसी के चलते आज दलित संगठनों द्वारा भारत बंद का आवाहन किया गया था जिसका कानपुर देहात में मिला जुला असर देखने को मिला……

कानपुर देहात की अधिकांश मार्केट खुली थी अन्य दिनों की तरह भीड़-भाड़ में कमी थी लेकिन हालात सामान्य रहे वहीं दलित संगठनों ने प्रदर्शन करते हुए राष्टपति को सम्बोधित जिलाधिकारी को सौपा.कानपुर देहात के दलित संगठनों के साथ बसपा के नेताओं ने दलितों के साथ मिलकर अकबरपुर में पहले संगोष्ठी की इसके बाद अकबरपुर से माती मुख्यालय तक पैदल जुलूस निकाला जुलूस के दौरान प्रदर्शनकारियों ने रोड़ जाम कर दिया जिससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ा वहीं प्रदर्शनकारियों ने केन्द्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर प्रहार किया साथ ही एक्ट में बदलाव न रोके जाने पर प्रदर्शन को उग्र करने की चेतावनी दे डाली यहीं नहीं प्रदर्शनकारियों ने राष्टपति पर अशोभनीय टिप्पणी भी की प्रदर्शनकारियों की माने तो केन्द्र की मोदी सरकार के इशारें पर सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आया हैं जो दलित विरोधी हैं जिसका विरोध किया जा रहा हैं यदि यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो अन्य प्रदेशों की तरह कानपुर देहात में भी उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी

बाईट – कुलदीप यादव अध्यक्ष दलित संगठन
बाईट – शिवशंकर गुप्ता एडीएम प्रशासन कानपुर देहात