◆ कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी करेंगीं रैली को संबोधित

◆  कांग्रेस संगठन ने झोंकी पूरी ताक़त, दो लाख से ज़्यादा की भीड़ का दावा

◆  किसानों, नौजवानों, महिलाओं के उत्पीड़न का मुद्दा होगा ख़ास

◆ 40 फ़ीसदी टिकट की घोषणा से महिलाओं में कांग्रेस को लेकर भारी उत्साह

कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा कल गोरखपुर के चंपा देवी मैदान में कांग्रेस की विशाल प्रतिज्ञा रैली को सम्बोधित करेंगीं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के शहादत दिवस पर होने वाली इस रैली को सफल बनाने के लिए यूपी कांग्रेस के संगठन ने पूरी ताक़त झोंक दी है। रैली में दो लाख से ज़्यादा की भागीदारी का लक्ष्य है। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने गोरखपुर पहुँचकर कमान संभाल ली है। उन्होंने दावा किया है कि रैली में कांग्रेस के पक्ष में जनसैलाब उमड़ेगा। पूरा गोरखपुर इस समय कांग्रेस के तिरंगे में रंगा नज़र आ रहा है।

महिलाओं को 40 फ़ीसदी टिकट और छात्राओं को स्कूटी और स्मार्टफोन देने के वादे से महिलाओं में कांग्रेस को लेकर नई उमंग जगी है। पार्टी की सात प्रतिज्ञाओं ने किसानों, नौजवानों को आकर्षित किया है। जनता देख रही है कि तीन दशकों से भाजपा-सपा और बसपा के शासन ने यूपी को किस तरह बर्बाद किया है। प्रियंका गाँधी एक नयी उम्मीद बनकर उत्तर प्रदेश आयी हैं और पूरे समाज को उन्होंनें अपनी सक्रियता से आंदोलित किया है। योगी सरकार उन्हें रोकने की काफी कोशिश कर रही है, लेकिन प्रियंका गाँधी लखीमपुर से लेकर ललितपुर तक किसानों, महिलाओं और नौजवानों का आँसू पोंछने पहुँच रहीं हैं। वे यूपी सरकार के ज़ुल्मों के खिलाफ़ लगातार सड़क पर हैं जबकि बाकी विपक्ष सोया हुआ है।

उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने यूपी को महंगाई और भ्रष्टाचार की ऐसी सौगात दी है कि जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। हत्या और अन्य अपराध में यूपी नंबर वन हो गया है। बलात्कार का रिकार्ड टूट रहा है। पुलिस की वर्दी में बेगुनाह व्यापारियों की हत्या की जा रही है। बेरोज़गार आत्महत्या के लिए विवश हैं। लखीमपुर में किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर रौंदने वालों को बचाने में सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी। अपराधियों को सत्ताधारियों ने खुला संरक्षण दिया हुआ है और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए खुद सीएम योगी जुटे हुए हैं। भाजपा के कुशासन से मुक्ति दिलाने के लिए जनता के सामने कांग्रेस एकमात्र विकल्प है जो प्रियंका गाँधी के नेतृत्व में नयी ऊर्जा  के साथ मैदान में उतरी है।