जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर ग्रामीणों की सुरक्षा के दिए निर्देश*

माधौगढ – रामपुरा के पंचनद इलाका तथा नदिया पार में बाढ़ का पानी ही पानी दिखाई देने से समुद्र जैसा नजारा दिखाई दे रहा है । लगभग 10 गांव पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं वही एक दर्जन गांव के लोग अपने को सुरक्षित रखते हुए अपना गांव घर छोड़कर ऊंचे स्थानों पर पलायन कर गए हैं। नदिया पार का ग्राम कूसेपुरा अधिकांश पानी में डूब चुका है लगभग 25-30 घर जो अधिक ऊंचाई पर हैं बचे रह गए हैं लेकिन ग्रामीण अपनी जान बचाने की खातिर अपना घर खाली कर कदमपुरा की ओर चले गए हैं। ग्राम डिकोली जागीर जो लगभग 500 घरों का गांव है पूरी तरह से जलमग्न है पूरा गांव सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर गया है । ग्राम निनावली जागीर की गलियों में पानी प्रवेश कर गया लगभग 100 घरों में पानी भर जाने से ग्रामीण अपना घर खाली करके निकल रहे हैं। ग्राम सिद्धपुरा अभी सुरक्षित है, बाल्मीक मोहल्ला एवं ओंकार सिंह राजावत के दरवाजे पर रास्तों में पानी भरा होने से लोगों में दहशत है । ग्राम जाएघा के 25-30 घरों में पानी प्रवेश कर गया है सुरक्षा की दृष्टि से लगभग 60 गृह स्वामियों ने अपने-अपने घर खाली कर दिए हैं ।ग्राम मोहब्बतपुरा चारों ओर से पानी में डूबा है विद्यालय की छत पर लगभग 4 फुट ऊपर पानी है, गांव टीले पर बसा होने के कारण अभी तक तो सुरक्षित है राजू सिंह के दरवाजे पर पानी हिलोरें मार रहा है । ग्राम भिटौरा की गलियों में नौका चल रही है कोटेदार महेश यादव के दरवाजे के सामने सड़क पर 5 से 6 फुट पानी भरा है तथा कई घरों में पानी प्रवेश कर गया है । ग्राम कंजौसा पंचनद का बाबा साहब मंदिर पूरी तरह से खतरे से घिरा है । ग्राम कंजौसा में बाढ़ का पानी लगभग 20-25 घरों में पूरी तरह प्रवेश कर चुका है । बाबा साहब मंदिर के सामने खड़ा ऐतिहासिक पीपल का वृक्ष एवं उसके नीचे बना देव स्थल पानी के आगोश में है । ग्राम हिम्मतपुर, गुढा, महटौली, पुरा, बेरा, पतराही, महमूदपुर, चंदावली, रुदावली पूरी तरह पानी से घिरे हैं। सीमावर्ती मध्य प्रदेश का गांव धौका पुरा द्वार पूरी तरह पानी में डूब जाने से गांव के लोग अन्यत्र कहीं चले गए हैं l ग्राम हुकमपुरा, जखेता, विलौड के निवासी बाढ़ के प्रियंकारी रूप के सामने अपने को मौत के मुंह में समझ रहे है । रामपुरा पंचायत क्षेत्र में ऐसे प्रलयंकारी रूप को देखने की कभी किसी ने कल्पना नहीं की थी। ग्रामीण अब अपनी चल अचल संपत्ति की परवाह किए बिना प्राण बचाने की फिक्र कर रहे हैं । प्रशासनिक व्यवस्था में जिलाधिकारी जालौन प्रियंका निरंजन, , उप जिलाधिकारी माधौगढ़ शालिगराम, तहसीलदार माधौगढ़ प्रेमनरायन प्रजापत, क्षेत्राधिकारी माधौगढ़, एसएचओ रामपुरा जेपी पाल , उप निरीक्षक दिलीप बर्मा मय हमराही ग्रामीणों को बाढ़ से सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है एवं अनाउंस करके उन्हें सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए कह रहे हैं।एनडीआरएफ की टीम अपनी मोटरबोटों एवं स्थानीय छोटी नौकाओं के सहारे बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही हैं। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने रामपुरा जगम्मनपुर के आसपास के नदी तटवर्ती बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर निर्देश दिया कि सुरक्षा के और बंदोबस्त किए जाएं मोटरबोट एवं छोटी नौकाओं की संख्या बढ़ाई जाए तथा बाढ़ प्रभावित लोगों को रामपुरा,जगम्मनपुर इंटर कॉलेज एवं अन्य सुरक्षित भवनों में पहुंचाया जाए एवं उनके भोजन का उचित प्रबंध किया जाए ।
*रिपोर्ट:जनपद जालौन के कुठौंद से soni news के लिए लवकेश सिंह*