घरेलू विवाद बना व्यक्ति की मौत की वजह, परिवारीजन मौन।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना के बाद रफूचक्कर हुआ मृतक का भाई
कालपी (जालौन) – घटना शुक्रवार की है जब हर जगह रंग व गुलाल आदि लगाकर हर्षोल्लास के साथ होली का पर्व मनाया जा रहा था। तभी रात्रि तकरीबन साढ़े आठ बजे कालपी के मोहल्ला हरीगंज चौराहे पर स्थित एक घर मे होली खूनी होली में तब्दील हो गयी।
घर के अंदर मची चीख पुकार को सुनकर मोहल्ले के लोग जब घर के अंदर दाखिल हुये तो करीब 25 वर्षीय बच्चन खून से लथपथ मरणासन्न हालत में पड़ा हुआ था।
मोहल्ले के लोगों ने बच्चन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया, डॉक्टर उदय कुमार ने बताया कि पेशेंट की गर्दन पर दोनों तरफ किसी चीज से वार किए गए हैं हालत नाजुक होने के कारण उसे जिला अस्पताल उरई के लिए भेजा गया, वहां से मेडिकल कॉलेज झांसी भेजा गया। परन्तु गर्दन की नसें आदि कट जाने व शरीर से अत्यधिक खून बह जाने के कारण डॉक्टरों की टीम बच्चन को जीवन दे पाने में असफल रहे। अतः शनिवार सुबह बच्चन की मृत्यु हो गयी, पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम करवाया।
मोहल्ले में चर्चा आम है कि चमड़ा काटने वाली रांपी से वार किए गए हैं जिससे उक्त व्यक्ति की मौत हुई, वहीं पड़ोस के लोग आपस मे उक्त घटनाक्रम को लेकर अलग अलग आशंकाएं जाहिर करते दिखे किन्तु हर कोई कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बच रहा है। मामले की हकीकत क्या है यह जांच का विषय है।
फिलहाल एक घर मे करीब आधा दर्जन लोगों के मौजूदगी में इतनी बड़ी घटना का हो जाना व घटनाक्रम के बाद परिवारीजनों का कैमरे व पुलिस से बचना तो कई सवाल पैदा करता ही है बल्कि मृतक के भाई छंगे का घटना के तुरन्त बाद मौके से फरार हो जाना और घर वालों द्वारा किसी पर भी आरोप ना लगाना कहीं ना कहीं किसी साजिश की ओर इशारा जरूर करता है।
मीडिया कर्मियों ने छंगा से पूछताछ की तो आइये दिखाते है क्या कहा
फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है, पुलिस उपाधीक्षक सुबोध गौतम ने बताया कि मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच जारी है जिसके पश्चात पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद सोमवार रात खूनी छंगा को गिरफ्तार कर सख्त कार्यवाही कर आई.पी.सी की धारा 302 के तहत जेल भेज दिया है।
रिपोर्ट- अमजद खाँ की रिपोर्ट