कट्टरपंथी मुस्लिम मुल्ला इस्लामिक ज़हरीले वायरस से मानसिक बीमार हो चुके है,कोई भी मुसलमान किसी भी मस्जिद में एल्कोहल से बने सिनिटीज़र से अपने हाथ पैर साफ़ करके जा सकता है, बल्कि अगर किसी की जान जाने का खतरा हो तो किसी भी मस्जिद को एल्कोहल से साफ़ भी किया जा सकता है,अपने को और दूसरे को सुरक्षित रखने के लिए एल्कोहल से बने सेनिटाइजर का इस्तिमाल कर के अपने को साफ़ रखना जायस है, किसी भी केमिकल को पी कर नाश करना गुनाह है, एल्कोहल गंदा नही,इंसानियत और देश के ऊपर धर्म को मानने वाले,हिंदुस्तान में रहे कर पाकिस्तानी और जिहादी विचार गंदे है।

सय्यद वसीम रिज़वी

पूर्व अध्यक्ष
शिया सेंट्रल वक़्क़ बोर्ड उत्तर प्रदेश