यूपी के कानपुर देहात में अवैध शराब का कारोबार बंद होने का नाम नहीं ले रहा है यही वजह है कि आज फिर जहरीली शराब पीने से दो लोगों की आंखों की रोशनी चली गई । बावजूद इसके इस समय पूरे देश में लॉक डाउन घोषित है । तभी शराब माफिया अपने कारोबार में खूब फल फूल रहे हैं । लाकडाउन होने के बाबजूद लगता है इन्हें नही सरकार का डर है और नाही जिला प्रशासन का इन्हें तो अपने कारोबार में पैसा बनाने का लालच है । इससे पहले भी जिले में अवैध शराब पीने से कइयों लोगो की मौते हो चुकी है । पर आज भी लगता है ये अवैध शराब का कारोबार खूब धड़ल्ले से चल रहा है ।
मामला राजपुर थाना क्षेत्र के कस्बे का है जहां कस्बे में रहने वाले छोटेलाल की माने तो वह शराब के लती हैं और इस लाकडाउन के दौरान उन्हें शराब नही मिल रही थी । उन्हें शराब पीने की लालसा लगी और कस्बे में आए एक लड़के से उन्होंने कच्ची शराब को चोरी छुपे खरीदकर घर ले गए घर जाकर अपने साथ साथ परिवार के एक लड़के सुनील को भी दी दोनों के कच्ची जहरीली शराब पीने के बाद उनकी दोनों की तबीयत रात में अचानक खराब हो गई और सुबह दोनों की आंखों की रोशनी चली गई । उनके अनुसार उन्होंने इसकी जानकारी जब परिजनों को दी तो छोटेलाल को परिजन जिले से लेकर कानपुर नगर के डॉक्टरों तक दिखाया पर उन्हें कोई आराम नहीं मिला और थक हारकर कर वो घर बैठ गए ।
वही सुनील के परिजन पहले सुनील को उरई ले गए जब वहा भी आराम नही मिला तो उसके बाद सुनील को कानपुर के अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उसका आज भी इलाज चल रहा है ।
इस जहरीली शराब की वजह से अपनी आंखों की रोशनी गवा बैठे छोटेलाल मजबूरन वश अब वह अपने घर पर ही हैं ।
इस जिले में करीब 2 साल पहले भी जहरीली शराब से करीब डेढ दर्जन से ज्यादा लोगों की मौतें उसे पीने से हो चुकी है । जिससे पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था बावजूद इसके आज भी लगता है यह वाक्य देखकर कि शराब माफिया जिला प्रशासन से चोरी छुपे आज भी इस कारोबार को खूब धड़ल्ले से कर रहे हैं और जिला प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं है ।
बहरहाल इस पूरे मामले में जब जिले के अधिकारियों से बात करनी चाहिए तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया और मामले को दिखाने की बात कही
रिपोर्ट मनोज सिंह कानपुर देहात