कानपुर, जो हम आपको बताने और दिखाने जा रहे हैं ऐसी घटनाएं अक्सर ही सुनने को मिलती है कि जब उच्चाधिकारियों द्वारा छोटे तबके के कर्मचारियों को परेशान व प्रताड़ित किया जाता है। जहां एक और बीते वर्ष भारत के प्रधानमंत्री द्वारा वाराणसी में सफाई कर्मचारियों का पैर धोने के साथ साथ उनका भव्य सम्मान किया गया था वही कानपुर नगर राजस्व ग्राम, सरखेलपुर विकासखण्ड पतारा में उच्चाधिकारियों द्वारा महिला सफाई कर्मी को प्रताड़ित व परेशान करने का मामला सामने आया है है जहां पर महिला सफाई कर्मचारी रीना कुशवाहा ने उच्च अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है।

शिकायत की बात जब उच्चाधिकारियों को पता चली तब उन्होंने महिला सफाई कर्मचारी को और अधिक प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। बात यहीं पर नहीं खत्म हुई उस महिला को 5 महीने का वेतन भी नहीं दिया गया और साथ ही ड्यूटी करने के लिए विभाग की ओर से जारी पास भी नहीं उपलब्ध कराया गया। महिला के अनुसार वह लॉक डाउन की विषम परिस्थिति से गुजर रही है 5 माह से वेतन ना मिलने से घर की माली हालत बेहद नाजुक है यही नहीं कभी-कभी तो भूखे पेट भी सोना पड़ता है। वही प्रदेश के मुखिया को महिला सफाई कर्मचारी द्वारा दिए गए पत्र पर प्रदेश के मुखिया क्या ठोस कदम उठाएंगे। जहां एक ओर सफाई कर्मचारी इस विषम परिस्थिति में भी जनता की सेवा में लगे हैं वहीं ऐसे उच्च अधिकारियों के खिलाफ क्या एक्शन लिया जाएगा।