शहर में कोरोना संदिग्धों की मौत का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। गुरूवार को भी हैलट अस्पताल के न्यूरो कोविड-19 आईसीयू में दो और कोरोना संदिग्ध मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की भी तीन दिन पहले मौत हो गयी थी। यह मरीज हैलट आने से पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती था। स्वास्थ्य विभाग ने इस अस्पताल को सील कर दिया और चार डाक्टरों समेत 28 कर्मचारियों को वहीं पर क्वारंटाइन कर दिया है। अस्पताल के बाहर पुलिस तैनात है, पर ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मी कोरोना से दहशत में हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इन पर पैनी नजर रखे हुए है और ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों की प्रतिदिन थर्मल स्कैनिंग की जा रही है।

कानपुर में तब्लीगी जमातियों के आने के बाद से लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं। अब तक नौ तब्लीगी जमाती सहित कानपुर में 23 कोरोना ग्रसित मरीज हो चुके हैं, जिनमें एक की मौत भी हो चुकी है। जिस कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हुई है वह पहले एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती था। ऐसे में सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उस हॉस्पिटल को पूरी तरह से सील कर दिया है। इसके साथ ही यहां पर चार डाक्टरों सहित 28 कर्मचारियों को क्वारंटाइन में रखा गया है। अस्पताल में कोई बाहरी न पहुंचे और कोई अंदर से बाहर न जा सके, इसके लिए प्रशासन ने यहां पर सख्त पहरा लगा दिया है। पुलिस कर्मी बराबर यहां पर ड्यूटी दे रहे हैं और अंदर क्वारंटाइन में रह रहे लोगों को बाहर नहीं निकलने देते हैं। हालांकि मानवता के चलते उन्हे जरुरत का सामान भी उपलब्ध कराते हैं। ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों में कोरोना को लेकर जमकर खौफ है, पर ड्यूटी होने चलते ऑन रिकार्ड कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। वहीं ऑफ रिकार्ड कहते हैं कि अपने जीवन की सबसे कठिन ड्यूटी कर रहे हैं और पता नहीं कब हम लोग इस महामारी के चपेट में आ जायें। हालांकि स्वास्थ्य विभाग यहां पर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों का प्रतिदिन थर्मल स्कैनिंग करता है।

कोरोना संक्रमित युवक के यहां दो महिलाएं में भी संदिग्ध लक्षण
वहीं, पिछले दिनों जिस युवक में कोरोना वायरस पॉजीटिव मिला था. उसके यहां एक गर्भवती महिला और बच्ची में भी कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं। सीएमओ डॉ. एके शुक्ल का कहना है कि इन दोनों के सैंपल कराएंगे. गर्भवती मां की सुरक्षित डिलीवरी कैसे हो, इसकी भी व्यवस्था की जाएगी।

निजी अस्पताल के डाक्टर व कर्मचारियों को वहीं पर किया गया क्वारेंटाइन
कर्नलगंज के तिकुनिया पार्क में मस्जिद के मुतवल्ली के भाई को घर वालों ने चुन्नीगंज के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लोगों ने कोरोना संदिग्ध होने की आशंका जता पुलिस को सूचना दी थी। किडनी और मधुमेह होने के चलते निजी अस्पताल में उसे आइसीयू में रखा गया था लेकिन उसकी हालत बिगड़ गई। शनिवार शाम उसे एलएलआर अस्पताल के कोविड.19 आइसीयू में भर्ती किया गया था और कोरोना जांच के लिए सैंपल जांच के लिए भिजवाया था। रिपोर्ट आने से पहले सोमवार दोपहर बाद उसकी मौत हो गई थी। मंगलवार की सुबह लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान से आई रिपोर्ट में युवक कोरोना संक्रमित पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद से ही अस्पताल को सील करने किये जाने के बाद से अस्पताल के चार डाक्टरों समेत 28 कर्मचारियों को वहीं पर क्वारेंटाइन किया गया है। गुरूवार को सीएमओ डॉ.एके शुक्ल का कहना है कि इन सभी के लक्षणों के आधार पर सैंपल लैब मैं भेजे जायेंगे।