इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा 343 समीक्षा अधिकारी पद के लिए कराई जा रही परीक्षा में 08 जनवरी 2017 को हुए लिखित परीक्षा के सम्बन्ध में 22 फ़रवरी को घोषित हुए परिणाम को आज हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच में चुनौती दी गयी.


वादी  विवेक श्रीवास्तव की अधिवक्ता डॉ नूतन ठाकुर ने बताया कि जिस समय यह लिखित परीक्षा चल रही थी, उसी समय लखनऊ में एसटीएफ तथा इलाहाबाद में जीआरपी तथा इलाहाबाद पुलिस द्वारा सॉल्वर गैंग पकडे जा रहे थे. दोनों स्थानों पर दर्जनों लोग गिरफ्तार किये गए और उनके पेपर लीक करने सम्बन्धी कई उपकरण भी प्राप्त हुए.


डॉ ठाकुर ने बताया कि लिखित परीक्षा के परिणाम में लगातार अगल-बगल रोल नंबर वाले कई सगे भाई-बहन सफल घोषित हुए है. इसी प्रकार कुछ ख़ास कमरों में कई-कई अभ्यर्थी सफल घोषित हुए है. उन्होंने कहा कि एक तरफ कई जगहों पर सॉल्वर गैंग का पकड़ा जाना और दूसरी तरफ चुनिन्दा लोगों का चयन इस पूरी प्रक्रिया को संदिग्ध बनाता है.
अतः सुप्रीम कोर्ट द्वारा तन्वी सरवल केस में समान स्थितियों में एआईपीएमटी परीक्षा निरस्त किये जाने के निर्णय के हवाले से इस लिखित परीक्षा को भी निरस्त करते हुए दुबारा ध्यानपूर्वक परीक्षा कराये जाने की प्रार्थना की गयी है.