अधीवक्ता के खिलाफ जिला बार ने लिखा बार काउंसल को पत्र

अधीवक्ता के खिलाफ जिला बार ने लिखा बार काउंसल को पत्र

उरई:जनपद जालौन के मुख्यालय उरई के जिला बार के सचिव सुधीर मिश्रा ने जालौन के रहने वाले अधीवक्ता श्रीगोविन्द स्वर्णकार के खिलाफ यूपी बार काउंसिल को पत्र लिखा जिसमे अधीवक्ता श्रीगोविन्द स्वर्णकार रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने की मांग की है।
दरसल दिल्ली में पुलिस और अधीवक्ताओ के बीच हुए घमासान के चलते खुद अधीवक्ता होते हुए श्रीगोविन्द ने वकीलों के खिलाफ जाकर राष्ट्रपति को पत्र लिखा जिसमे वकीलों के गिरफ्तार करने की मांग की गई थी जिसके चलते जनपदीय बार मे काफी रोष बड़ गया है


(सचिव द्वारा लिखा गया पत्र)
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मा० चेयरमैन
बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश
श्रीमान जी,
कहते हुए अफसोस हो रहा है की आज दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में हुए हादसे में पुलिस द्वारा अपनाई गई बर्बरता पूर्ण नीति के विरोध में जहां एक और समस्त भारत के अधिवक्ता एक साथ खड़े हुए हैं।वही हमारे अधिवक्ता बंधुओं में कुछ गद्दार जयचंद भी है जो केवल नाम ,फेम व के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।जिनका मकसद केवल अधिकारी पुलिस की चाटुकारिता कर दलाली करना मात्र है।
इसी को चित्रार्थ करते हुए जिला जालौन की तहसील जालौन मुनसिफी में वकालत करने वाले अधिवक्ता गोविंद स्वर्णकार पुत्र स्वर्गीय मुन्नीलाल निवासी मु० पुरानी नजाई जालौन रजिस्ट्रेशन संख्या- 277/1985 द्वारा अधिवक्ता होते हुए अधिवक्ताओं को कलंकित करने वाली गतिविधियों में लिप्त है। इसी लिए गोविंद स्वर्णकार ने एक प्रार्थना पत्र महामहिम राष्ट्रपति महोदय को प्रेषित किया है। जिससे यह प्रतीत होता है कि गोविंद स्वर्णकार एक बागी अधिवक्ता के रूप में खुद को प्रख्यात करना चाहते हैं और जो भी काल्पनिक तथ्य उन्होंने प्रस्तुत किए हैं वह सभी हकीकत से परे लेकिन गोविंद स्वर्णकार जैसे लोग शेर की खाल में भेड़िए हैं जिनका विरोध हमें पुरजोर से करना है हमारे जिले में गोविन्द स्वर्णकार का पूर्ण विरोध हुआ है व हो रहा है । जिले की किसी भी बार में उनको वोट डालने का अधिकार नहीं है उनके कृत्यों से जहां एक और अधिवक्ता समाज आहत है वहीं दूसरी ओर समाज व सरकार में गलत संदेश जा रहा है जिसको रोकने के लिए गोविंद स्वर्णकार का अधिवक्ता रजिस्ट्रेशन कैंसिल होना नितांत आवश्यक है ।
अतः आपसे निवेदन है कि समस्त अधिवक्ताओं की मान मर्यादा की रक्षा हेतु गलत गढ़े गए आधारों पर निर्मित प्रार्थना पत्र जोकि महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार को भ्रमित करने के लिए लिखा गया है का संज्ञान लेते हुए गोविंद स्वर्णकार का अधिवक्ता रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने की कृपा करें तो अति कृपा हो होगी।
🙏🏻 धन्यवाद🙏🏻
भवदीय
सुधीर कुमार मिश्रा (महासचिव)
उरई – जालौन

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