जनपद कानपुर देहात की औधोगिक क्षेत्र जैनपुर में स्थित कंसाई नेरोलैक पेंट फैक्ट्री में उस समय हड़कंप मच गया जब कंपनी के मिक्सर में केमिकल डालते समय आग लग गई और उस आग की लपटों से मौके पर काम कर रहा एक मजदूर बुरी तरह झुलस गया लेकिन मिक्सर से झुलसे हुए मजदूर के मामले में कंपनी प्रबंधन के कर्मचारियों का अमानवीय चेहरा सामने ला दिया , और मजदूरो को दिए जाने वाले सुरक्षा उपकरणों की पोल खोल दी , वही घायल मजदूर को हॉस्पिटल ले जाने की वजाय, फर्स्ट ऐड देखकर कंपनी प्रबंधन के कर्मचारियों ने मजदूर को कंपनी में छुपाये रखा और घटना की सूचना मजदूर के परिजनों तक को भी न दी कई घंटों के बात जब मजदूर के परिजनों को सूचना मिली सूचना पर पहुंचे परिजनों को भी कंपनी प्रबंधन के कर्मचारी गुमराह करते रहे और परिजनों से बदसलूकी कर घायल मजदूर को परिजनों से मिलने तक नही दियां , जब मौके पर मीडिया और पुलिस पहुंची तब काफी मशक्कत के बाद कंपनी प्रबंधन के कर्मचारियों ने घायल मजदूर को गुपचुप तरीके से मजदूर के घर छोड़ कर फरार हो गए , वही घायल मजदूर के परिजनों ने पुलिस को कंपनी प्रबंधन की कार्यशैली और लापरवाही को लेकर पुलिस को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया काफी समय बाद जब परिजनों ने मजदूर की हालत गंभीर देखी तो परिजनों ने मजदूर को उपचार के लिए आनन-फानन में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज किया जा रहा है |

                      पूरा मामला जनपद के औधोगिक क्षेत्र जैनपुर स्थित कंसाई नेरोलैक पेंट फैक्ट्री का है , जहां करीब 2:30 बजे दोपहर को कंपनी के केमिकल मिक्सर में अधिक टेंपरेचर के चलते अचानक आग लग गई आग इतनी भीषण थी की वहां पर काम कर रहे मजदूरों में अफरा तफरी मच गई और मिक्सर पर काम कर रहे मजदूर अजय सिंह बुरी तरह झुलस गया …कंपनी के सुरक्षा मानको में लापरवाही के चलते झुलसे मजदुर अजय को आनन-फानन में कंपनी प्रबंधन के कर्मचारियों ने झुलसे हुए मजदूर को फर्स्ट ऐड दिया और हॉस्पिटल ले जाने की वजाय मजदूर को कंपनी के एक चेंबर में लिटा दिया कई घंटों बाद जब कंपनी के अन्य मजदूरों की छुट्टी हुई तब मजदूरों ने घायल मजदूर की सूचना उसके परिजनों को दी , आनन फानन में मौके पर पहुंचे घायल मजदूर के परिजनों ने फैक्ट्री प्रबंधन के कर्मचारियों से घायल मजदूर से मिलने व ले जाने की बात कही तो फैक्ट्री प्रबंधन के कर्मचारियों ने घायल मजदूर को उसके परिजनों से मिलने तक न दिया और परिजनों को गुमराह करते रहे और जब परिजनों ने फैक्ट्री प्रबंधन के कर्मचारियों की कार्यशैली और बदसलूकी की सूचना पुलिस और मीडिया को दी तब मौके पर मौजूद मिडिया और घायल मजदुर के परिजनों से कंपनी के एचआर प्रभात पांडे ने बदसलूकी पर उतर आये और फैक्ट्री से बाहर निकल जाने को भी कहा जब मामला तूल पकड़ते देखा तब आनन फानन में फैक्ट्री प्रबंधन के कर्मचारियों ने घायल मजदूर को गुपचुप तरीके से मजदूर के घर छोड़ कर भाग निकले , वही पूरे मामले की शिकायत घायल मजदूर के परिजनों ने पुलिस से एक शिकायती प्रार्थना पत्र द्वारा की और मजदूर को आनन फानन में अकबरपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जहां उसका इलाज किया जा रहा है |

                         वही घायल अजय ने बताया की अगर फेक्ट्री प्रबंधन द्वारा सुरक्षा मानको को लेकर अगर सेफ्टी जेकेट और फुल हेलमेट दिया गया होता तो शायद आज ये हादसा नही होता और मिक्सर के टेम्प्रेचर को कम करने के लिए कोई भी मानक पुरे किये गये है |

                       बरहाल पूरे मामले में फैक्ट्री प्रबंधन के सुरक्षा मानकों की पोल खोल दी और फैक्ट्री प्रबंधन के कर्मचारियों का अमानवीय चेहरा सामने ला दिया ऐसे में साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि फैक्ट्री प्रबंधन के कर्मचारी मजदूरों के साथ किस तरीके का बर्ताव करते होंगे फैक्ट्री प्रबंधन कि इस लापरवाही के चलते घायल मजदूर की जान भी जा सकती थी ।

बाईट – अजय सिंह (घायल मजदुर )

बाईट – जसवंत सिंह ( मजदुर का पिता )

बाईट – धर्मेन्द्र सिंह (मजदुर के परिजन )