कानपुर देहात में कोविड प्रोटोकॉल के चलते 2 सालों से जेल में बंद अपने भाइयों को रक्षाबंधन व भैयादूज के मौके पर राखी व रोचन से वंचित रहने वाली बहने सुबह से ही जेल के बाहर अपनी बारी का इंतजार करती नजर आ रही थी और बहनों के चेहरे पर भाई से मिलने के खुशी के आंसू देखने को मिल रहे थे।वही जेल प्रशासन ने भी भाई और बहनों को मिलवाने की पूरी व्यवस्था कर रखी थी।जिसके चलते बिना किसी परेशानी के जेल में बंद अपने भाइयों को सुविधाजनक पूर्वक बहनों ने तिलक लगाकर मुंह मीठा कराया और उनकी लंबी आयु की कामना करी।


– कानपुर देहात जेल में निरुद्ध भाइयाें को टीका करने आने वाली बहनों के लिए विशेष इंतजाम किये गए थे।जिसके चलते जेल के बाहर महिलाओं के बैठने के लिए कुर्सियों का प्रबंध करने के साथ पानी भी रखवाया गया है।इस दौरान मीठे की भी व्यवस्था जेल प्रबंधन की ओर से कराई गई थी और भाई और बहन आराम से एक दूसरे के साथ बैठकर भैया दूज बना सके इसके लिए नियमानुसार समयबद्ध तरीके से मुलाकात करवाई जा रही थी। और बकायदा जेल के अंदर कतारों में बैठकर बहनें अपने भाइयों को रोचन करती हुई नजर आ रही थी।

बुराई का रास्ता छोड़ चुनेंगे अच्छाई का रास्ता –

भैया दूज के मौके पर कानपुर देहात जेल अपने अपने भाइयों से मुलाकात करने के लिए 454 बहने पहुंची और जेल प्रशासन की तरफ से की गई तैयारियों के तहत जेल में बंद बंदियों की बहनों की मुलाकात नियम बद तरीके से करवाया गया।इस दौरान बहनों ने अपनी अपने भाइयों को रोचन करते हुए उनकी लंबी आयु की कामना करी।इस दौरान जेल में बंद भाई अपनी बहन से रोचन कराने के बाद भावुक हो गए और वचन दिया कि जेल से निकलने के बाद बुराई का रास्ता छोड़ अच्छाई का रास्ता चुनेंगे। इस मौके पर जेल अधीक्षक श्री राजेंद्र कुमार,जेलर डॉ विजय कुमार पांडे,डिप्टी जेलर शिवाजी यादव,डिप्टी जेलर श्री रामदास यादव,डिप्टी जेलरश्रीमती मिथिलेश सिंह,बड़े बाबू पृथ्वीपाल सिंह,जेल वार्डन सूरज सिंह चौहान व जेल के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे